काय म १: याहुशुआ का व वास
सीखीए याहुशुआ का व वास या है, और आप जयवंत होने के
लए इसका उपयोग कै से कर सकते ह !
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WBCQ ला रहे ह म ट चेलो, म न, यू॰यस॰ए से आपके लए World's Last Chance रे डयो।
हंसा मक अपराध! राजनी तक उथल-पुथल! आ थ क अि थरता! सभी आने वाल मुि कल घड़ी क ओर इशारा करते ह िजनके समान कोई दूसर नह ं आई।
WLC रे डयो: मुि तदाता क शी वापसी के लए उसक जा क तैयार !
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याहुशुआ का व वास – भाग १
राहुल : नम कार! आज के काय म म आपका वागत है। म हूँ, राहुल और मेरे साथ ह कु णाल।
कु णाल : नम कार!! हमारे साथ शा मल होने के लए ध यवाद! या आप जानते ह ,राहुल आज के वषय को लेकर म बहुत उ सा हत हूँ।
राहुल : म भी हूँ। हमने एक मह वपूण वषय क योजना बनाई है। यह उस वषय पर है िजसे आप बहुत सुनते ह , हालां क, यादातर लोग को इसे प रभा षत करने के लए कहा जाए, तो बस ऐसा नह ं कर सकते। वे इसे सह श द म समझाने क को शश करते ह , ले कन वे
वा तव म इसे प रभा षत नह ं कर पाते। आज हम व वास के बारे म बात करने जा रहे ह ।
- यह या है
- यह या नह ं है
- और अंत म , मजबूत व वास को कै से ा त कया जाए, यह वा तव म शैतान वारा चल गई कसी भी युि त पर आपको जयव त कर सकता है।
कु णाल : य द आप पहल बार हमारे साथ शा मल हो रहे ह , तो आप सुन गे क हम ऐसे दो नाम का उपयोग करते ह िजस से आप प र चत न हो। WLC म , हम “ई वर”, “परमे वर” या “ भु” श द का उपयोग नह ं करते ह । वे सफ शीष क ह । वे सृि टकता के प म आसानी से झूठे ई वर को संद भ त कर सकते ह । हमारा मानना है क यह व श ट होना बहुत ज र है
क आप कस के बारे म बात कर रहे ह , खासकर, आप कसको ाथ ना कर रहे ह !
राहुल : सह कहा! म आपसे सहमत हूँ। कु रि थय को लखी गई अपनी पहल प ी म , पौलुस ने यह वीकार कया क ऐसे कई ह िज ह "ई वर" कहकर संद भ त कया जाता है। उसने कहा: "य य प आकाश म और पृ वी पर बहुत से ई वर कहलाते है, (जैसे क बहुत से ई वर और बहुत से भु ह )। तौभी हमारे नकट तो एक ह परमे वर है: अथा त पता …।
कु णाल : के वल एक ह स चा "ई वर" है। जब भी हम उनको संद भ त करते ह हम सावधान—और सट क—होना चाहते ह , । इस लए, WLC रे डयो पर, हम हमेशा पता को उनके अपने वा त वक नाम से संद भ त करते ह , जो है याहुवाह, वैकि पक प से याह। और पु को याहुशुआ। इसका ह द भाषा ल यातरण 'यीशु मसीह' हुआ; िजसम 'यीशु' अरे मक भाषा के येशुआ के कर ब है और ‘मसीह' का अथ 'अ भ ष त' है।
राहुल :ह म
कु णाल : जब आप हम “याहुवाह” संद भ त करते हुए सुन , तो जान ल क हम पता के बारे म बात कर रहे ह । जब आप हम “याहुशुआ” बोलते हुए सुन , तो समझ ल क हम पु को
संद भ त कर रहे ह ।
तो, व वास। आप इसे कै से प रभा षत कर गे? या आप इसे प रभा षत कर सकते ह अगर कोई आप से पूछ तो?
राहुल : ह म। खैर, मुझे द कत होगी।
कु णाल : एक मनट इस बारे म सो चए। हम मसीह , इस श द का उपयोग बहुत करते ह । ले कन हम नि चत प से हमेशा श द म बयान नह ं कर सकते क हमारा इससे या मतलब है। कभी-कभी लोग कह गे क भरोसा करना ह व वास है। और यह है। ले कन यह उस से भी यादा है।
राहुल : हाँ, आप जानते ह कु णाल, " व वास" के लए सबसे अ छ प रभाषा िजसे म ने कभी पढ़ा है एक पुरानी श दकोश म थी। अब म आपको बता दँ ू क मुझे श द से ेम है। मुझे लगता है क वे दलच प ह । आप चाहो तो मुझे पुराने जमाने का कहो, जो कहना है वो कहो, ले कन मुझे सचमुच श दकोश पढ़ने म मज़ा आता है। अब, यह श दकोश एक पूण खजाना था जो मुझे ाचीन कताब क दुकान म धूल भरे एक ऊँ चे शे फ पर संभालकर रखा हुआ
मला। यह १८२८ म का शत हुआ था, मुझे लगता है क इसम व वास क सबसे अ छ
प रभाषा थी, और यह सचमुच थी, जो मुझे कह ं और नह ं मल । कु णाल : अरे वाह, इतनी पुरानी, दलच प लगता है। यह या थी?
राहुल : कसी दूसरे के वारा घो षत कया गया स य जो उसके अ धकार और स चाई को छोड़कर, कसी भी अ य सबूत के बना मन से वीकार (या समझौता) कर लेना ह , व वास होता है। यह मान सक नण य है क जो दूसरा यि त कहता या पुि ट करता है, वा तव म , सच है।
कु णाल : ह म। वह ब ढ़या है!
राहुल :अ छा, म आपके लए फर से कहूँ? कु णाल : हां-ज़ र।
राहुल : कसी दूसरे के वारा घो षत क गई स चाई को मन से वीकार कर लेना–या समझौता करना व वास है। अब यह व वास, क जो दूसरा यि त कहता है, वह सच है,
बना कसी अ य सबूत या सा य क मौजूदगी के , यहां तक क ज रत भी न हो, के वल उस
यि त के अ धकार और स चाई पर आधा रत है।
कु णाल :मुझे यह पसंद आयी। यह वा तव म बहुत ह गहरा अथ देती है।
राहुल : – व वास- अंतर-आ मा- का एक ढ़ भरोसा है क जो दूसरा यि त आपको बता रहा है, वह सच है। और यह – ढ़ता- अ य यि त के अपने नजी ान पर आधा रत होती है: अथा त उसके अ धकार और उसक स चाई पर। तो, जब वह कु छ कहता है, आप उस पर भरोसा करते ह —यहाँ गौर करने वाल बात है— य क आप उसे जानते ह और आपको
कसी अौर सबूत क ज़ रत नह ं।
कु णाल : च लए देखता हूं क म इसे ठ क से समझा हूँ या नह ं। तो असल म , आप यह कह रहे ह क, दूसरे यि त के यि तगत ान के आधार पर, – आ मा व वास करना – इसका मु य कारण बनता है।
राहुल : ब कु ल! और वो आ म व वास मह वपूण है। अपनी प ी म , े रत याकू ब,
व वा सय को ो सा हत करता है: "य द तुम म से कसी को बु ध क घट हो तो याहुवाह से माँगे, जो बना उलाहना दए सब को उदारता से देता है, और उसको द जाएगी।” और फर वो आगे जोड़ते ह : “पर व वास से माँगे, और कु छ संदेह न करे, य क संदेह करनेवाला समु क लहर के समान है जो हवा से बहती और उछलती है।"
कु णाल : आपके पास उसका वचन है य क आप उसे जानते ह , और यह काफ है।
राहुल : हाँ बलकु ल। ब कु ल। अब म चाहता हूं क आप इस बात पर यान द क व वास
या नह ं है: व वास -एक भावना- नह ं है! कई लोग, मेरा मतलब है कई सारे लोग, इस मु दे पर मत हो जाते ह ।
कु णाल : जी हाँ, ब कु ल। हमे खुश और आशावाद महसूस करना अ छा लगता है। हम मजबूत और आ म व वासी महसूस करना चाहते ह ।
राहुल : हाँ, हम ऐसा महसूस करना चाहते ह ! ले कन बात यह है क अगर हम इन चीज को
महसूस कर रहे ह , तो हम व वास का योग नह ं कर रहे ह ! भावना और व वास: दो पूर तरह से अलग-अलग चीज ह ।
कु णाल : मेर प नी और मेर एक अ छ दो त है जो इस मु दे पर गड़बड़ा जाती है। अब, हमने इस बारे म कई बार बात क है, ले कन, जब कभी वह डर जाती या नराशा महसूस करती है, तो वह मान लेती है क उसम व वास क कमी है। यह, बदले म , उसे और भी यादा
नराश कर देता है। तो जब तक वह स नता महसूस नह ं करती, जब तक क वह खुश और आनं दत, या आ म व वास महसूस नह ं करती, तो वह व वास न रख पाने के लए खुद को डांटती है।
राहुल : ह म.. ये तो बुर बात है। ऐसा लगता है जैसे क वह अपने व वास को इस आधार पर प रभा षत करती है क वह कै सा महसूस कर रह है।
कु णाल : ब कु ल सह कहा।
राहुल : सु नए दो त , अगर आप उन सभी सकारा मक चीज को महसूस नह ं करते िज ह आप महसूस करना चाहते ह तो नराश मत होइए। अगर अस लयत म , आपको डर लगता है तो ऐसा कभी मत मान लेना क आपको व वास नह ं है! व वास करने का समय वा तव म तब होता है जब आप सबसे यादा डर महसूस कर रहे ह !
कु णाल : व वास तो के वल याहुवाह को उसके वचन पर लेना है, यह तो बस मान लेना है क याहुवाह जो कहते ह , वो सच है। जब आप एक वादे को दावा करते ह , तो आप मान लेते ह क यह वादा इस वजह से पूरा हो जाएगा क वो कौन ह (सव – ेमी) और वह या है
(सव -शि तमान)।
राहुल : बलकु ल सह कहा! अगर आपक नौकर चल गई, और आप सोच रहे ह क अपने
प रवार को या खलाएग , और बल का भुगतान कै से कर गे, तो डर लगना ब कु ल सामा य है! म भी ड ं गा! इसका मतलब यह नह ं क आप डर रहे ह तो आपको व वास क कमी है। इसका मतलब यह है क आप समझदार ह , य क आप जानते ह क आप संभवत: दुःखद
ि थ त म है।
कु णाल : हाँ! और हम सब कसी न कसी समय पर उन प रि थ तय म थे, सह कहा न?
राहुल : हाँ वा तव म । ले कन यह व वास करने का समय है! जब आपके पास सुखद भावनाएं नह ं होती, जब आपको खुशी और व वास नह ं होता, जब आप डरते ह और आप नह ं जानते क आगे या होने वाला है, तब आप व वास को अ यास करने के लए तैयार हो जाते ह । व वास सफ याहुवाह के वादे पर भरोसा रखना है क वह अपने वाद को पूरा कर ग
य क आप उ ह जानते ह , और आप जानते ह क वह अपने वादे रखते ह ।
कु णाल : हाँ, सह कहा, आपक यह बात मुझे पसंद आई। तो भय क उन भावनाओं के आगे घुटने टेकने के बजाय, आप भरोसा करना चुनते ह । जब आपक अलमार और बटु एं खाल है, और फर भी, दाऊद के साथ, आप कहते ह : "म लड़कपन से लेकर बुढ़ापे तक देखता आया हूं; पर तु न तो कभी धम को यागा हुआ, और न उसके वंश को टु कड़े मांगते देखा है" ,यह
व वास है।
राहुल : आपने तीर एकदम नशाने पर मारा। बलकु ल सह बात है। कु णाल, आप जानते न, मेरा एक बेटा है? मुझे लगता है क आप उससे पछले ह ते मले थे, है ना?
कु णाल : ओह! जब वह काया लय के पास का था? हाँ, म मला हूँ। वह अ छा ब चा लगता है।
राहुल : वह है। वह बहुत ह अ छा ब चा है। अब, वह १३ साल का है, और मुझ पर पूरा-पूरा
व वास रखता है। सच म । जब वह छोटा था म उससे कहता था क "रात के भोजन से पहले अपना कमरा साफ कर लो नह ं तो तु ह कोई मठाई नह ं मलेगी। अब उसे पता था क जो म ने कह दया सो कह दया… और कोई बहस नह ं चलेगी।
अब, म उसे बोल सकता हूं, "रात के भोजन से पहले अपना होमवक पूरा कर , और उसके बाद, हम एक साथ कु छ देर फु टबॉल खेल सकते ह " और वह जानता है क अगर वह अपना होमवक को समय पर पूरा कर लेता है, तो भोजन के बाद म उसके साथ शाम को थोड़ी देर फु टबॉल खेलंूगा।
कु णाल : ब ढ़या! ऐसा लगता है क वह आप पर भरोसा करता है।
राहुल : वह करता है! और मेरे बेटे को यक न है क म जो कु छ भी कहूँगा वह क ँ गा य क म उसका पता हूँ – वह मेरे अ धकार पर भरोसा करता है – और जानता है क मैन जो उससे कहा है उसे पूरा क ँ गा – वह मेरे यार पर भरोसा करता है और यह व वास है।
कु णाल : हम सभी को याद रखने क ज़ रत है, क व वास एक सुखद भावना नह ं है।
व वास तो के वल याहुवाह का वचन को लेना है, य क आप मानते ह क जो उसने कहा है, वो करेगा । और आपको यह पता है, य क आप उ ह यि तगत प से जानते ह ।
राहुल : ब कु ल सहमत हूँ। यह तो व वास है। उ म.. या आप एं यू मूरै के बारे म सुना है?
कु णाल : या आप टे नस खलाड़ी के बारे म बात कर रहे ह ? आप वषय तो नह ं बदल रहे है ना? उ म, एं यू मुरै …मुझे लगता है क, सह -सह कु छ याद तो नह ं आ रहा.. या १९वीं शता द म एक मशनर क तरह कु छ?
राहुल : हाँ हाँ। बलकु ल सह कहा। अब, मुरै ने १८६० के द ण अ क पुनजा गरण को बढ़ावा दया। १८८९ म , वह द ण अ क जनरल मशन के सं थापक म से एक थे। और म आपको बता दँ ू ,कु णाल, मुरै व वास को समझ गए थे।
कु णाल : य द कोई है जो जानता है क व वास को कै से अ यास करना है, तो यह एक
मशनर होना चा हए! है ना? एक मशनर को िजन चीज का सामना करना पड़ता है, उ ह बहुत ज द याहुवाह के वचन पर भरोसा और नभ रता वक सत करना होगा!
राहुल : बहुत ह ज द ! और वे सचमुच करते ह । अब, मुरै ने लखा: “ व वास या है?” ( न च न)। “कु छ नह ं सवाए इसके क याह ने जो कहा, वह सच है।”
कु णाल : यह मान लेना क याहुवाह जो कहते ह वो सच है।
राहुल : हां। व वास आंत रक न चय है क याहुवाह जो कहते ह , वा तव म , सच है!
कु णाल : असल म , यह मुझे व वास के लए उ धारकता क प रभाषा को याद दलाता है, म ी ८ का अ याय एक सूबेदार क कहानी बताता है िजसका दास बीमार था ।
राहुल : ओह, हाँ, बलकु ल!
कु णाल : इसी कहानी म हम एक सबसे ब ढ़या उदाहरण दया गया है िजसके बारे म हम बात कर रहे ह : व वास।
राहुल : अ छा? यह या है?
कु णाल : जब याहुशुआ कफरनहूम म आया तो एक रोमी सूबेदार ने उसके पास आकर उस से कहा क "महोदय, मेरा सेवक घर म है जो बहुत बीमार है। वह बहुत पी ड़त है।"
याहुशुआ ने तुरंत जवाब दया: "ठ क है। म आकर उसे चंगा क ँ गा। "
अब, मुझे नह ं पता क सूबेदार याहुशुआ के बारे म कै से जानता था। मुझे नह ं मालूम य द उसने उ धारकता को कसी को चंगा करते देखा, या उसे कसी ने बताया हो। पर जो भी हो, सूबेदार को याहुशुआ क चंगा करने क साम य म पूरा भरोसा था। जब याहुशुआ ने कहा
“ठ क है, म आकर चंगा क ँ गा” सूबेदार ने वरोध कया। उसने कहा, "अरे नह ं! नह ं-नह ं,
आपको ऐसा करने क ज रत नह ं। म इस यो य नह ं क आप मेर छत तले आए, पर तु के वल मुख से कह दे तो मेरा सेवक चंगा हो जाएगा।
राहुल : अरे वा..ह! कतनी खूबसूरत बात है।
कु णाल : सो तो है। और याहुशुआ के अगले श द इस बात का पुि ट करता है क यह स चा
व वास था। वो अचं भत हुए और कहे, “म तुझसे कहता हूँ क म ने कह ं भी, यहां तक क इ ाएल म भी ऐसा व वास नह ं पाया!”
राहुल : वाह!
कु णाल : यह तो काफ प ट है, है ना? राहुल : हां। बलकु ल।
कु णाल : सूबेदार के पास अ धकार था। उसक हर कोई मानता था। उसने उ धारकता को
बताया: “मैने देखा है क तेरे पास अ धकार है और म अ धकार को समझता हूं य क मेरे पास भी, अ धकार है। जब म एक से कहता हूँ, ‘जा!’ तो वह जाता है; और दूसरे से, ‘आ!’ तो वह आता है; और जब अपने दास से कहता हूँ “यह कर” तो वह करता है। इस लए बस कह दे। यह काफ है।”
याहुशुआ ने, इसी को व वास कहा है।
राहुल : म ने पहले भी कहा था और म फर से कहूँगा: यह संुदर है। यह गहरा है, है ना?
कु णाल : हां, व वास मन-चाहे वादे को मज़बूती से पकड़ लेता है और मान लेता है क ये वादा
ा त होने या महसूस होने से पहले ह पूरा हो जाएगा!
राहुल : तो, मूल प से, पूर तरह से और संपूण प से याहुवाह के वचन म भरोसा करना ह
व वास है। यह मानता है क वादा ज रत के समय और ज़ र तर के से पूरा हो जाएगा…और
व वास अनुभव होने से पहले ह इसका ध यवाद दे देता है। व वास जानता है क याहुवाह झूठ बोल नह ं सकता और न ह बोलेगा। इस लए, के वल वादे को हमारे पास होना ह काफ है।
कु णाल : मुझे अभी एक पुरानी गीत याद आया। िजसका शीष क है: " व वास ह वजय है!" और यह बलकु ल सच है।
राहुल : यह है, और दरअसल हम अपने अगले ह से म उसी के बारे म बात करने जा रहे ह । कु णाल : बने र हए हमारे साथ! हम अभी वापस आते ह और याहुशुआ के व वास के बारे म
बात कर गे और जयवंत होने के लए आप कै से इसे उपयोग म ला सकते ह ।
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याहुशुआ का व वास – भाग २
कु णाल : हमारे काय म के अगले ह से म आपका वागत है! WLC रे डयो पर म हूं कु णाल और मेरे साथ ह राहुल और आज हम व वास के बारे म बात कर रहे ह ।
राहुल : पछले ह से म , हमने सीखा क व वास तब होता है जब आपका मन वीकार और भरोसा करता है क, जो कोई अ य यि त कहता है वह सच है, और यह ढ़ व वास दूसरे
यि त के यि तगत ान के आधार पर होता है क वह भरोसेमंद है।
कु णाल : कसी और सबूत या गवाह क ज रत नह ं है। यह तो बस आपका मान लेना क दूसरा यि त जो कहता है उसके स चे होने पर भरोसा कया जा सकता है।
राहुल : और यह तो है। ब कु ल। यह कोई भावना नह ं है। यह यक न आपके यि तगत
ान के आधार पर है क दूसरा यि त भरोसे के लायक है और उस पर नभ र हुआ जा सकता है।
कु णाल : बस इतना ह है।
राहुल : े रत पौलुस समझ गया था क याहुवाह का वादा उतना ह अ छा है मानो िजतना क
इसके पूरा होने क वा त वकता। अब, व वास पर, अपने इ ा नय के महान ११व अ याय म , िजसे हर कोई जानता है, पौलुस ने बताया: " व वास आशा क हुई व तुओं का न चय, और अनदेखी व तुओं का माण है।"
इस लए, दूसरे श द म , पौलुस समझ गया क य द आपको व वास है क वादा पूरा होगा, तो
यह पूरा हो जाएगा। यह कारण है क व वास आशा क हुई व तुओं का न चय, और अनदेखी व तुओं का माण है। यह उन व तुओं का सबूत, गवाह है जो अभी तक देखी नह ं गई।
कु णाल : अब, यह ब कु ल वैसा है िजस पर याहुशुआ मरकु स के ९ अ याय म चचा कर रहा थे। आपको याद है न?
राहुल : हाँ… यह थोड़ा धँुधला सा याद है, या आप हम थोड़ा और बता सकते ह ?
कु णाल : े
मरकु स ९ के अ याय म , याहुशुआ ठ क इसी वचार का वण न कर रहे थे जब उ ह न
कहा था, "य द तू कर सकता है; . . . व वास करने वाले के लये सब कु छ हो सकता है।”
राहुल : एकदम सह ! बहुत ह ब ढ़या। अ छ बात है.. तो.. च लए वापस इ ा नय के ११व अ याय पर चलते ह । "और व वास बना उसे स न करना अनहोना है, य क याह के पास आने वाले को व वास करना चा हए, क वह है; और अपने खोजने वाल को तफल देता है।" अ याय के बाक ह स म , पौलुस प व शा के महानतम व वासी यो धाओं के नाम बताता है – िज ह ने याह को उसके वचन पर लया।
कु णाल : जैसा क आपने कहा, इ ा नय ११, यह व वासी अ याय है या,मुझे लगता है, हम इसे व वासी यो धा का अ याय कह सकते ह ।
राहुल :
यह है! यह बहुत ह रोमांचक है! अब, इस सूची को सु नए। ये वो ह िज ह ने:
व वास ह के वारा रा य जीते; धम के काम कए; त ा क
हुई व तुएं ा त क , संह के मंुह ब द कए। आग क वाला को
ठं डा कया; तलवार क धार से बच नकले, नब लता म बलव त हुए; लड़ाई म वीर नकले; वदे शय क फौज को मार भगाया।
ि य ने अपने मरे हुओं को फर जीवते पाया; कतने तो मार
खाते खाते मर गए; और छु टकारा न चाहा; इस लये क उ म पुन थान के भागी ह । कई एक ठ ठ म उड़ाए जाने; और कोड़े खाने; वरन बा धे जाने; और कै द म पड़ने के वारा परखे गए। प थरवाह कए गए; आरे से चीरे गए; उन क पर ा क गई; तलवार से मारे गए; वे कं गाल म और लेश म और दुख भोगते हुए भेड़ और ब करय क खाल ओढ़े हुए, इधर उधर मारे मारे
फरे। और जंगल , और पहाड़ , और गुफाओं म , और पृ वी क
दरार म भटकते फरे।
वा..ह! आपने सुना न, कु णाल ?
कु णाल : हां, अ भुत। यह अस लयत म दय को छू ता है। या वजयी लोग थे! राहुल : वे थे। वे वा तव म वजयी थे!
कु णाल : अब मा ट न लूथर को ले ल िजए, वह बाइबल म उ लेख कए गए उन लोग क तरह
ह एक व वासी नायक थे।
राहुल : वह सचमुच थे! है न? वह कमाल के थे।
कु णाल : हाँ, वह वा तव म । लूथर को याह के वचन म काफ व वास था। उ ह ने राजकु मार और पोप के सामने खड़े होकर घोषणा क : “म कु छ भी नह ं कर सकता हूं और न ह फर सकता हूं, य क ववेक के खलाफ जाना न तो सह है और न ह सुर त । म यहां खड़ा हूं, म कु छ और नह ं कर सकता, इस लए याह मेर मदद करो।”
राहुल : अ भुत ! यह वा तव म बहुत ह साहस भरा लगता है, है न?
कु णाल : हां सचमुच। जो कु छ हुआ उसके कारण यह साहस भरा है ले कन इसके अलावा यह बोलने के लए व वास लया। और लूथर व वास को समझ गए थे। उ ह ने लखा: " व वास एक जी वत और अ डग आ म व वास है, याहुवाह के अनु ह म एक ऐसा यक न जो इतना आ वा सत है क, एक आदमी इसके लए हजार मौत मरेगा।" उ ह ने आगे कहा, " व वास के बना, कु छ भी संभव नह ं है। ले कन इसके साथ, कु छ भी असंभव नह ं है।"
राहुल : ये वाकई सच है! और फर भी, कभी-कभार समझा गया।
कु णाल : यह है। और इस लए आज हम इसके बारे म बात कर रहे ह । कसी भी मसीह अनुभव म , जीवन- दान करने वाला, जीवन को बनाए रखने वाला सबसे मह वपूण त व " व वास" है। ह म..कै से कहूँ? चाहे आपको घोर अंधकार से भर हुई तराई म से होकर जाना पड़े, तौभी व वास आपको… वग य वातावरण क साँस लेने देता है।
राहुल : जोनी एरकसन टाडा एक मसीह ले खका है िजसने ठ क इसी बात का अनुभव कया
िजसके बारे म हम बात कर रहे ह । जब वह सफ १७ क थी, तो उनक गद न म चोट आ गई और उनके हाथ-पैर ने काम करना बंद कर दया।
कु णाल : १७ ? यह कसी भी उ म झेलना क ठन होगा, ले कन १७ पर . . .
राहुल : यह तो बहुत ह दुखद होगा और यह था। उ ह , वाभा वक प से, बहुत ह नराशा और ोध का सामना करना पड़ा. . .वह आ मह या के वचार से भी लड़ी उ ह ने पूछा य ! आ खर य ? य याह ने उनके साथ ऐसा होने दया?
कु णाल : ब कु ल! ऐसे म कौन नह ं पूछना चाहेगा?
राहुल : म जानता हूं। म यह क पना भी नह ं कर सकता क उस तरह के अनुभव से गुजरने म कै सा लगता होगा। आ खरकार, जोनी ने अपने मंुह म प ट श पकड़कर प ट करना सीख लया। उ होन ४० से अ धक पु तक लखी और साथ ह साथ कई संगीत आलबम रकॉड कए।
कु णाल : यह कसी के भी लए भावशाल होगा, ले कन कसी यि त के लए, उस पर
वजय ा त करना िजस पर उ ह ने वजय ा त कया हो? नि चत प से म क पना भी नह ं कर सकता। या आप कर सकते ह ?
राहुल : नह ं। यह तो लाजवाब है। ले कन वह जयवंत हुई और उ ह ने व वास के वारा जय पाई। अब, वह कहती है: " व वास धंूध से भरे भ व य म लंबे समय तक और दूर तक यक न करने क मता नह ं है। यह तो बस याह को उसके वचन पर लेना है और फर अगला कदम उठाना है।”
कु णाल : "अगला कदम" ब ढ़या।
राहुल : यह व वास है, याह के वादे म परम ढ़ व वास है, जो हम शैतान वारा लाई गई हर
ि थ त म वजय दलाता है।
कु णाल : आप सह कह रहे ह ! और जब आप ये कहते ह , तो हम कसी नौकर क छू ट जाने, या वा य क हा न के बारे म बात नह ं कर रहे ह । हम बड़े बात के बारे म बात कर रहे ह । हम वरासत म मल पाप करने क वृ पर जयवंत होने के बारे म बात कर रहे ह । अथा त गु त से भी गु त पाप के बारे म ।
राहुल : हाँ, आपने तीर एकदम नशाना पे मारा है ,ह म.. या आपने ओसवा ड च बर के बारे म सुना है?
कु णाल : ओह.. ,आज तो आप मेरा पर ण कर रहे ह , ओसवा ड चे बस ? नह ं, मुझे नह ं लगता. . . ह म! एक मनट! या वह नह ं था – या यह वह नह ं थे- िजनक मृ यु म म हो गई थी, जब वह कु छ या कर ब ४५ साल के थे?
राहुल : कर ब कर ब। दरअसल, वह ४३ वष के थे जब वो मर गए। ओसवा ड चे बस एक मसीह सेवक और श क थे। उनक मृ यु के बाद उनक प नी ने उनके कई उपदेश और
या यान का शत कए। वे लाजवाब है! उस आदमी को वजयी मसीह जीवन जीने म गहर आ याि मक अंत ि ट थी। चे बस जानते थे क व वास एक भावना नह ं है। उ ह ने कहा:
" व वासी जीवन, पंख से उड़ने का जीवन नह ं है, बि क चलने और बेहोश न होने का जीवन है।"
कु णाल : तो वह समझ गया क व वास एक यि त के दैवीय पता का ेम क यि तगत
ान पर आधा रत है, है ना?
राहुल : हां! बलकु ल। उ ह ने यह भी कहा: “ व वास कभी नह ं जानता क यह अगुवाई करते हुए कहाँ ले जा रहा है। पर यह ेम करता है और उसे जानता है जो अगुवाई कर रहा है।” उ ह ने एक बार पाया क: " व वास याह के च र म संकि पत आ म व वास है िजसे आप उस समय पर समझ नह ं सकते ह ।"
कु णाल : कतनी खूबसूरत है।
राहुल : अब यह "याह के च र म जानबूझकर कया गया आ म व वास" है, जो क वजयी मसीह जीवन के लए मह वपूण है। े रत पौलुस को अपने यि तगत अनुभव से याहुवाह का ेम के च र को यि तगत ान पर आधा रत व वास क मह वपूण ता पता थी। कु ि थय को लखी गई अपनी दूसर प ी म , वे बताते ह क उनको सच के लए कन- कन चीज से गुजरना पड़ा। वे कहते ह : "तीन बार म ने ब त खाई; एक बार प थरवाह कया गया; तीन बार जहाज िजन पर म चढ़ा था, टू ट गए; एक रात दन म ने समु म काटा। पांच बार म
ने यहू दय के हाथ से उ ताल स उ ताल स कोड़े खाए।"
कु णाल : वाह। वो लेखा-जोखा पढ़ना थोड़ा मुि कल है। अब राहुल, तु हारे लए एक सवाल है,
या तु ह उस बयान का मह व मालूम है?
राहुल : उह , शायद मालूम है, पर या आप मुझे बताइएंगे?
कु णाल : हाँ। कोड़े क मार ब त क मार से भी यादा है। कोड़े क मार म कई सारे वार होते थे, और हर वार म लोहे के नुक ले सरे और कांच होते थे ता क ये उस यि त के शर र से मांस के टु कड़ को खींच ले िजसे कौड़े मारे जा रहे ह । शर र का बहुत यादा नुकसान होता था, बहुत
कड़ा झटका लगता था और र त भी बहुत बह जाता था। ४० कौड़े एक यि त को मौत के घाट उतार देता। चाल स कौड़ो क मार मृ यु दंड थी।
राहुल : वो तो एकदम भयानक है। बहुत ह घोर।
कु णाल : यह है। ले कन पौलुस कह रहा था क उसे पांच अलग-अलग मौक पर बड़ी ू र तर के से ता ड़त कया गया! वो घमंड नह ं कर रहा था! उसे पता था क सार म हमा याहुवाह को मलेगी। वह अपने अनुभव को समझा रहा था, यह दखाने के लए क जब आप याहुवाह पर व वास करते ह तो कन- कन चीज़ पर आप जयवंत हो सकते ह ।
पौलुस लोग को व वास के मह व को हण करने के लए समझाना चाहता था। व वास के अ यास को चुने बना, आप अपनी आ मा के लए यु ध म जयवंत नह ं हो पाएंगे, भले ह आदम के हर पु और पु ी को पूर तरह से और भरपुर मा ा म माफ क पेशकश क गई हो!
राहुल : ओ.. तो आप यह कह रहे ह क, आपको याहुवाह म आपने यारे पता के प म , आपके आपने यि तगत दो त के प म , व वास होना अव यक है।
कु णाल : आपने एकदम सह कहा। बलकु ल ठ क।
राहुल : आप मुझे और मेरा श द से ेम तो जानते ह ह । खैर, ढ़- व वास को इस तरह से प रभा षत कया गया है: "पूण व वास; व वसनीयता, या कसी यि त क व वसनीयता म भरोसा”।
कु णाल : जी,सह कहा ! मरकु स म , उ धारकता ने कहा“ इस लये म तुम से कहता हूं, क जो कु छ तुम ाथ ना करके मांगो तो ती त कर लो क तु ह मल गया, और तु हारे लये हो जाएगा।”
राहुल : ले कन ढ़ व वासी हो कर वाद म व वास करने के लए, आपको उ ह जानना
होगा।
कु णाल : ब कु ल सह । यह वापस पता के साथ यि तगत र ता कायम करने पर नभ र होता है। उसे हम खुद के लए जानना चा हए। और सु नए दो त : याहुवाह म व वास करना सुर त है! परंतु आपको उसके वाद म व वास करने का अ यास करने के लए, उसका भरोसा करना है, उसके सव यापी सामथ होने म भरोसा करना है, उसके असी मत ेम म भरोसा करना है।
राहुल : और, अगर आपको व वास क कमी है, तो सफ एक सोचा-समझा नण य ल और
पता पर भरोसा करना शु कर । फर, छोट -छोट बात म उनका पर ण करना शु कर । वो
बलकु ल बुरा नह ं मानते! स ची! वा तव म , वह हम उ ह परखने के लए आमं त करता है! कु णाल : सच-मुच?
राहुल : हां! मलाक ३ म , हम देखते ह क इ ाएल मं दर के लए अपने दशमाशं और भ टे नह ं लाए थे। वे बेबीलो नया क बंधुआई से लौटे थे मगर फर भी उ ह ने उनक सभी ज रत क उपल धता के लए याहुवाह का भरोसा नह ं कया था। इस लए पता ने उ ह उसे परखने के लए बोला! बस परखो और देखो!
तो उ ह ने कहा: “सारे दशमांश भ डार म ले आओ क मेरे भवन म भोजनव तु रहे – ऐसा करके मुझे परखो- क म आकाश के झरोखे तु हारे लये खोलकर तु हारे ऊपर अपर पार आशीष क वषा करता हूँ क नह ं ता क तु हारे पास आशीष रखने क जगह भी नह ं बचे।”
कु णाल : वा…ह! और उनके व वास को बढ़ाने के लए परमे वर को परखने क ज रत म उ ह डांटा नह ं गया।
राहुल : नह ं! नह ं, नह ं ! और सु नए, हम भी इसे कर सकते ह । छोट -छोट बात म उ ह परख , उसे आपको यह सा बत करने का मौका द क उनपर भरोसा कया जा सकता है। उसम अपना व वास बनाने के तर क के लए खोज , वह कभी भी आपको नराश नह ं करेगा।
कु णाल : आमीन और आमीन। पता पर भरोसा करना सुर त है!
राहुल : आप कह ं मत जाइएगा हम अभी वापस लौटते ह अपने दै नक प के साथ जहां हम दु नया भर से भेजे गए सवाल के जवाब द गे।
* * *
व ापन
आप सुन रहे ह World's Last Chance रे डयो WBCQ पर, ३१ मीटर के ब ड पर ९३३०
कलोह ज पर। World's Last Chance रे डयो: मुि तदाता क ज द वापसी के लए उसक
जा क तैयार ।
* * *
दै नक प ो र
कु णाल : WLC के दै नक प ो र म आपका वागत है! म हूं कु णाल, और मेरे साथ है राहुल। और म देखता हूं क इस ह ते हम काफ प भेजे गए।
राहुल : जी हां!
कु णाल : आज के लए हमारा पहला न म या है?
राहुल : मुझे बस एक सेकं ड द िजए। ठ क है! दरअसल हम एक ब ढ़या न: मला है। यह उ र देश के राजेश जी के ओर से आया है। यह कहते ह :” हेलो WLC! या आप मुझे बता सकते ह , आप लोग कौन ह ? या आप कसी वशेष चच या सं दाय से सहब द ह ? "
कु णाल : यह एक अ छा सवाल है।
राहुल : हां, है न? और यह वा तव म एक ऐसा सवाल है जो हमसे बहुत-ह पूछा जाता है।
कु णाल : खैर, राजेश जी, यह बात क हम कौन ह , WLC ट म दु नया भर म फै ल हुई है। दु नया के अलग ह स से है।
राहुल : आप और म , और कु छ अ य ट म के सद य भारत म रहते ह । ले कन हमारे ट म म
कु छ और भी सद य ह जो म य पूव देश, अ का, यूरोप, ए शया और सुदूर पूव म रहते ह ।
कु णाल : और इसके साथ ह साथ, उ र अमर का म रहने वाले ट म के कु छ सद य है और द ण अमे रका म से भी कु छ। तो, जैसा क आप देख सकते ह क हम सचमुच दु नया भर म फै ले हुए ह और हम कसी भी चच या व वासी समुदाय का ह सा नह ं ह । हमारा एकमा
यान स य को सीखना है और फर जो कु छ हमने सीखा है उसे दूसर के साथ साझा करना है।
राहुल : हां सह है। हम मह वपूण , स ध या खास नह ं ह । हम के वल स य का अनुसरण करने के लए सम प त ह , चाहे यह कह भी अगुवाई कर , हमारा यान हम जो सीखते ह उसे साझा करने पर है। हम कसी एक यि त पर यान आक ष त नह ं करना चाहते। यान हमेशा सच को साझा करने पर है।
कु णाल : यह सह है और यह वा तव म एक संयु त यास है। लेखक ह जो वेबसाइट के लए साम ी नमा ण करते ह और रे डयो काय म के लए शोध करते ह , और साथ ह ,
वी डयो ाफ़र ह , और वे लोग ह जो हमारे वारा अपलोड क जाने वाल वशाल रा श के लए
को डगं
करते ह । अ य जन वेबसाइट पर छोड़े हुए ई-मेल और संदेश का जवाब देते ह । तो यहाँ
हर कोई रे डयो ो ा मंग के साथ शा मल है। राहुल : और अनुवादक को मत भू लए!
कु णाल : ओह हां!
राहुल : वेबसाइट के आलेख और WLC क व डयो १७ अलग-अलग भाषाओं म अनुवा दत
कए जा रहे ह । और रे डयो काय म तो, कतनी भाषाओं म ? अब तक सात भाषाएं है, है न?
कु णाल : हाँ। यह वा तव म एक संयु त यास है। कोई भी एक यि त यह सब कु छ नह ं कर सकता। हम संदेश वाहक के बजाय संदेश पर यान देना पसंद करते ह या, जैसा क यहां संदेशवाहक का मामला है।
राहुल : हाँ और राजेश जी ने यह भी पूछा क या हम कसी वशेष चच या सं था से
संब धत ह ।
कु णाल : हां, कई लोग को लगता है क हम कसी वशेष सं था या समुदाय से समथ न
मलता है। सच तो यह है राजेश, हम पूर तरह से इनसे अलग है। हमारा कसी भी सं था या धा म क संगठन से कोई संब ध नह ं ह और न ह हम कसी भी चच या सं था से आ थ क सहायता लेते ह ।
राहुल : हालां क येक सं था या समुदाय के पास कु छ स चाई है, ले कन येक म कु छ
ु टयां भी है।
कु णाल : या बढ़ते काश को नकार दया है।
राहुल : हां, एकदम सह । हमारा ल य है; “जो भला है उसे पकड़े रहो, बाक बचे को एकतरफ कर दो।"
कु णाल : हां सह है। वग तो बस नए स य को उं डेल रहा है। राहुल : जी हां। ब कु ल!
कु णाल : और, जैसे-जैसे आप WLC रे डयो सुनते ह , आप उन बात को सुन गे िजनसे आप शायद सहमत न हो, पर सुनते र हए।
राहुल : हां-हां। यह तो यान देने वाल बात ह । जो भला है उसे पकड़े रहो, बाक बचे को एकतरफ़ा कर दो।
कु णाल : जैसे आप और यादा सीखते ह , जैसे आप यह सीखते ह क हम जो व वास करते ह वो य करते ह , शायद आप हमसे सहमत ह गे।
राहुल : या सहमत नह ं हो, जो भी हो! जब हमसे कोई गलती होती है तो हम इसे वीकार करने के लए गव नह ं करते।
कु णाल : सह और हमने वो पहले भी कया था। जब अ धक काश आता है, अगर हम लगता है क हम कसी अंश पर गलत ह , तो हमने सभी को इसके बारे म बताया है। मह वपूण बात स चाई है। हमेशा स चाई।
राहुल : WLC ऐसा है, जैसे क अंत के समय क स चाइय1 क छं टा य1 के घर जैसा। िजतना अ धक और जो कु छ हम सीखते ह , वह हम साझा करते है। और इस लए हम कसी भी वशेष चच या सं दाय के सद{-य भी नह ं ह ।
कु णाल : हां सह है। ऐसी कोई भी एक संं{-था नह ं िजसने सभी स चाइय1 को {-वीकार कर
लया और पछल ु टय1 को एक-तरफ कर दया है।
राहुल : हम तो बस स य के खोजी है, जो हमने सीखा वह साझा करना चाहते ह । कु णाल : तो, हमारे लए आज का दूसरा सवाल या है ?
राहुल : यह पंजाब म रहने वाल सु भ जी क ओर से आया है। वो कहती ह : "म कु छ समय से घर क कल सया चला रह हूं और नह ं जानती क अपने दशमाशं का या क ँ । म यह WLC को भेजना चाहती हूं। कृ पया या आप मुझे बता सकते ह क म कै से आपको अपने दशमाशं और भ टे भेज सकती हूं?"
कतनी अ छ बात है न! जब हम आशी षत होते ह तब यह {-वाभा वक त या होती है क हम देना चाहते ह !
कु णाल : हां अ छ बात है। और यह बाइबल आधा रत भी है। ध यवाद सु भ जी। आप बहुत ह अ छ ह । याहुवाह आपक उदारता के लए आपको आशी षत कर । सच यह है क, WLC दशमाशं और भ ट नह ं लेता। हमने कभी नह ं लया है। हालां क, हम आपको ो सा हत करना चाह गे क, आप उन पैस1 का इ{-तेमाल अपने पास के {-थान1 म स य को बांटने के लए कर या अपने आसपास के ज़ रतमंद1 को देकर मदद कर ।
राहुल : अ छा f'वचार है। ऐसा बहुत कु छ है िजसके वारा आप उन पैस1 से दूसर1 को आशीf'षत कर सकते ह ।
कु णाल : ब कु ल ठ क।
राहुल : आप हमार वेबसाइट से आलेख1 क त लf'प बनाकर साझा कर सकते ह । अगर आप कसी प रवार को जानते ह जो नौकर के सल सले म बाहर है या कसी अ य क कु छ अलग ज रत है, तो आप इसका इ{-तेमाल उ ह आ शf'षत करने के लए कर ।
कु णाल : ब ढ़या है। हां, बहुत से लोग समझते भी नह ं क इ ाए लय1 क कई सार भ ट का इ{-तेमाल उनके आसपास के समाज को आशीf'षत करने के लए कया जाता था। यह सारा का सारा याजक1 को नह ं स प दया जाता था।
राहुल : ब कु ल।
कु णाल : अगर एक गर ब प रवार फसह या कसी और कारण-वश, य शलेम क या ा का खचा उठा नह ं पाते थे तो भ ट के पैस1 का उपयोग उनके मदद के लए होता था जो या ा नह ं कर सकते। वे तब भी एक f'वशेष फसह के भोजन का आनंद ले सकते थे भले ह वे जाने म स म न ह1।
राहुल : हां। हां। अब, आप भी वैसा ह कर सकते ह । आप भी याहुवाह के हाथ बन सकते ह उन लोग1 क भलाई करने के लए जो आपके आसपास ह , और ऐसा करके आप भी बदले म आशीf'षत ह1गे! अगर आप अ{-पताल म एक बुजुग म हला के बारे म सुनते ह जो बीमार ह और उसके पास प रवार नह ं है, बस जाइए और कु छ फू ल और पढ़ने के लए कु छ ले जाइए जो उ ह खुश करता है। और इसी तरह हम दूसर1 के लए भी याहुशुआ का ेम दखा सकते ह ।
कु णाल : यह है, यह वा{-तव म है। इसे आज़माए और देख ! दय1 को दया और उदारता से खींचा जा सकता है। आप अपनी भ ट1 का उन सभी लोग1 को आशीf'षत करने के लए उपयोग कर सकते ह ।
राहुल : म-् ह म। आशीष के बदले म , आपको भी आशीष मल गी।
ठ क है, ऐसा लगता है हमारे पास एक न के लए और समय है। और यह द ल म रहने वाले अ मत जी ने भेजा है। वह कहते ह : "म ने यान दया है क WLC सृि टकता के लए हमेशा असल नाम1 का इ{-तेमाल करता है। तो आप य1 अभी भी उन श द1 का इ{-तेमाल करते ह जो शैतान अपने झूठे ई वर1 के लए इ{-तेमाल करता है? श द जैसे: म हमा, पf'व , शु ध और अनु ह, ये सारे श द, जो उसके झूठे ई वर1 के म यम से शैतान पर लागू होते ह । तो य1 WLC शैतान वारा इ{-तेमाल श द1 को लेकर याहुवाह पर लागू करता है?”
कु णाल : कतना दलच{-प सवाल है न, राहुल? मुझे यह प 1 को पढ़ने वाला ह{-सा पसंद है। हम लोगो से, बहुत से ऐसे दलच{-प सवाल मलते रहते ह । आप सह कह रहे ह अ मत जी,
क हम हमेशा यान रखना चा हए क हम सृि टकता के बारे म कस तरह से और कै से बात करते ह । और ऐसे बहुत से ईमानदार लोग ह जो कसी भी ऐसे श द का इ{-तेमाल करने से मना करते ह िजनका मूल मू त- पूजा से जुड़ा हुआ है। हालां क, इसके साथ के वल एक ह सम{-या है।
राहुल : वह या?
कु णाल : सभी आधु नक भाषाएं अपनी जड़ वापस उन भाषाओं को सू चत करती ह जो याहुवाह ने उ ह बाबील म न द ट क थी। याहुवाह ने भाषाओं म गड़बड़ी डाल ! उ ह1ने कई
कार के श द1 को न द ट कया जो उपयोग कए जाने वाले थे।
राहुल : दलच{-प बात है।
कु णाल : इसका मतलब यह नह ं है क श द अपने आप ह कसी भी तरह से मू तप ूजक ह या
याहुवाह के लए के वल इ ानी श द1 ह वण न या लागू करने के लए उपयोग कया जाना चा हए। सृि टकता ने {-वयं ह भोजन, लोग, पशुओं के लए श द1 को न द ट कया है। मूल
प से, पृ वी और {-वग म , याहुवाह ने लोग1 को उपयोग करने के लए श द1 को न द ट
कया – िजसम वे श द शा मल ह जो f'व भ न द य गुण1 का वण न करते ह ।
राहुल : वह f'दलच{-प है। म ने पहले कभी ऐसा नह ं सोचा था, ले कन म समझ सकता हूं क आप या कह रहे ह ।
कु णाल : मू तप ूजक देवताओं से जुड़े हुए श द, जैसे क "पf'व " और "मf'हमा" जो याहुवाह
का वण न करने के लए उपयोग कए गए ह , इनसे नरादर नह ं होता। वो तो बस श द ह जो उसने दैवीय च र के f'व भ न गुण1 का वण न करने हेतु एक f'वशेष समूह के लए बाबेल म f'दए थे।
राहुल : तो, जब वे सृि टकता क उपासना से फर गए, तब भी उ ह1ने उ ह द गई भाषा का इ{-तेमाल कया, और इसे अपने झूठे देवताओं के लए लागू कया।
कु णाल : एकदम सह कहा! याहुवाह को लागू होते श द1 के इ{-तेमाल से नरादर नह ं होता। संपूण नरादर यह है क शैतान ने उन अलग-अलग श द1 को चुरा लया जो सृि टकता का वण न करते ह और उ ह दै य देवताओं या ई वर1 के नाम के प म योग कया।
राहुल : काफ f'दलच{-प है। और जब कु छ चुरा लया जाता है ये तब भी कानूनी तौर पर उसके सह अ धकार का है, या यह सह है?
कु णाल : हां है! शैतान ने "अनु ह" श द को चुराया और इसे मू तप ूजक व देf'वय1 पर लागू
कर f'दया। हालां क, यह श द एक अf'व वसनीय संुदर f'द य च र f'वशेषता का वण न करता है। और यह अभी भी याहुवाह के अंतग त आता है!
राहुल : सह कहा। तो जो आप कह रहे ह , यह है क हम उन श द1 का इ{-तेमाल नह ं करना है, एसा सोचने के बजाय, हम उन श द1 को पुनः इ{-तेमाल करना चाf'हए।
कु णाल : यह एकदम सह है! जब हम याहुवाह के f'दए गए श द1 का उसका वण न करने के
लए इ{-तेमाल करने से मना कर देते ह , तो हम स य का संचार करने क हमार मता को सी मत करते ह । और जब ये कया जाता है, शैतान जीत जाता है।
राहुल : देखा, म हर f'दन नई चीज सीख रहा हूं! इस लए, हम याहुवाह पर लागू होने वाले श द1
को वापस ले ल और शैतान को जीतने न द ।
कु णाल : बलकु ल। और सु नए दो{-त1, हम आपसे भी सुनना चाहते ह ।
राहुल : हां, ले कन, यादा समय न होने क वजह से हम हर न का जवाब सारण म नह)"ं दे पाएंगे, ले कन हम अपनी ओर से पूर)"-पूर)" को शश कर गे!
कु णाल : हम कर गे। हमार)" वेबसाइट, WorldsLastChance.com पर जाएं, और अपनी पसंद क भाषा का चयन करने के लए रे डयो WLC आइकन पर ि लक कर ।
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या आपको पसंद आया जो आप सुन रहे ह ? ासारण समय सारणी और f'पछले काय म1 को सुनने के लए हमार)" वेबसाइट RadioWLC.com पर जाएं। RadioWLC.com.
मुि तदाता क शी वापसी के लए उसक जा क तैयार)"!
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यf'द आप WLC रे डयो का आनंद ले रहे ह , तो अपने दो{-त1 को भी सुनने के लए आमं त कर ! यf'द आप अंत समय क घटनाओं म च रखते ह , या आपके पास बाइ बल अ ययन भागीदार है, तो उ ह हमार)" वेबसाइट के बारे म बताएं: WorldLastChance.com हम
उ धारकता के शी वापसी के लए लोग1 को तैयार कर रहे ह !
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दै नक वादा
यह है याह के वचन से आपके लए आज का दै नक वादा ।
दाऊद, ेरणा के तहत, भजन संf'हता २७ म लखा है: "याहुवाह मेर)" यो त और मेरा उ धार है; म कस से ड ं ? याहुवाह मेरे जीवन का ढ़ गढ़ ठहरा है, म कस का भय खाऊं ?"
अगर आपको डर लग रहा है, तो f'ह मत र खए ! यव{-थाf'ववरण ३१ घोf'षत करता है: "तू f'हयाव बा ध और ढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो; य1 क तेरे संग चलने वाला तेरा एलोह)"म याहुवाह है; वह तुझ को धोखा न देगा और न छोड़ेगा। "
याहुवाह क सुर ा आपके साथ रहने तक, आपको डरने क कोई ज रत नह)"ं है। f'ह मत से आगे बढ़ यह जानते हुए क f'पता आपके साथ चलता है! उ ह1ने दूसर1 के लए जो कया है, वो आपके लए भी करेगा!
माच २७, १९७७ क सुबह, नॉम न f'व लय स ने अपने माँ के साथ सफर के दौरान f'द य सुर ा माँगने के लए घुटने के बल ाथ ना क । ीमती f'व लय स, नॉम न क सुर ा को लेकर बहुत
चं तत थीं। उ ह एक पूव -आभास थीं क कु छ गलत था, और नॉम न को f'वशेष f'द य संर ण
क आव यकता थी। आँसूओं के साथ, उ ह1ने अपने बेटे क ओर से यशायाह ४३ के अ याय म
मले वाद1 का दावा कया।
उस f'दन बाद म जब नॉम न कै नर)" वीप म रनवे पर खडी पैन एम १७३६ नामक लाइट म बैठा हुआ था, जब एक के .एल.एम नामक लाईट जो यादा ऊँ ची उडान नह)"ं भर पाया, पैन एम के जहाज़ को बीच म से काटते हुए उसके दो भाग कया। बहुत ह)" भायानक आग लगी थी
िजसके कारण ५९३ लोग मर गए। इसे अभी भी f'वमानन इ तहास म सबसे बुर)" दुघ टना माना
जाता है। और फर भी नॉम न बच नकला!
उस व त, जब हर कोई जो उसके सामने, पीछे और बगल म बैठे हुए लोग आग क लपट1 क चपेट म थे, तब, वचन जो उसी सुबह आराधना म पढ़)" गई थी, नॉम न को याद आया: यशायाह ४३:१-३," मत डर, य1 क म ने तुझे छु ड़ा लया है; म ने तुझे नाम ले कर बुलाया है, तू मेरा ह)"
है। जब तू जल म हो कर जाए, म तेरे संग संग रहूंगा और जब तू नf'दय1 म हो कर चले, तब वे तुझे न डु बा सक गी; जब तू आग म चले तब तुझे आंच न लगेगी, और उसक लौ तुझे न जला सके गी। य1 क म याहुवाह तेरा एलोह)"म हूं, इ ाएल का पf'व म तेरा उ धारकता हूं।"
तुरंत, नॉम न जान गया क वह नह)"ं जलेगा। हाँ, वो मर तो सकता है, पर उसक मृ यु जलने के कारण नह)"ं होगा य1 क याहुवाह का वचन ने कहा क वह जल नह)"ं जाएगा। उसने याहुवाह के तरफ ऊँ ची आवाज़ म कहने लगा, "f'पताजी, म वचन पर खड़ा हूं! म वचन पर खड़ा हूं! म वचन पर खड़ा हूं! याहुशुआ के नाम म , म वचन पर खड़ा हूं! म आपके वचन पर खड़ा हूँ, f'पताजी! "
नॉम न सं मत लपट1 से बच नकला। उसका एक भी बाल नह)"ं जला था।उसके कपड़1 से धुएँ क गंध जरा भी नह)"ं आई। बोइंग ७४७ के f'वंग से ज़मीन पर कू दने के वजह से उ ह सफ छोटे-मोटे चोट लगी थी।
जब आप एक आपातकाल)"न ि{-थ त म हो, या जब आप खतरे म हो और कु छ f'वनाशकार)" प रि{-थ त का सामना कर रहे हो, तो वचन पर खड़े रह । वादे एक कारण के लए f'दए गए थे! आप अपना पूरा भार उन पर आराम कर सकते ह । वचन पर खड़े हो जाइए। आज ह)" शु कर ।
हम महान और बहुमू य वादे f'दए गए ह । जाइए और दावा करना शु किजए।
* * *
याहुशुआ का f'व वास – भाग ३
राहुल : खैर, हमारा आज का समय पूरा होने वाला है, पर जाने से पहले, याद रख दो{-त1:
f'व वास एक भावना नह)"ं है। यह तो बस याहुवाह को उसके वचन पर लेना है य1 क आप उसे जानते ह , आप उस पर भरोसा करते ह क जो वह कहता है वह करेगा। f'व वास एक भावना नह)"ं है। यह मह वपूण है आप इसे आगे के f'दन1 के लए जान ।
कु णाल : ये सह)" है! सु नए दो{-त1, तुरf'हयां बस बजने वाले ह ! जब ऐसा होगा, पृ वी पर जीवन पहले जैसे नह)"ं होगा। हम दु टा माओं को ए लयंस के प म , ह पर आ मण करते
हुए देखने जा रहे ह । हम पोप को देखने जा रहे ह – इस पोप को! – परम शि त क ि{-थ त के
लए ऊपर उठाया गया।
यहां तक क, हम अं तम पोप के समय म रह रहे ह और वह बूढ़ा यि त भी है। या लगता
है आपको और कतना जीएगा वो?
अं तम संकट क चरम सीमा स बात के f'दन के ऊपर होगी। म श नवार, या शु वार, या रf'ववार के बारे म बात नह)"ं कर रहा हूँ, जो पोप संबंधी, ेगोर)"यन कै ल डर वारा गणना कया जाता है। म स चा, बाइ बल के स बात के बारे म बात कर रहा हूं, जो सृि ट नमा ण के समय सृि टकता वारा {-थाf'पत कै ल डर पर गणना कया जाता है। इसम अंतर है। या आप जानते
क यह या है?
संयु त रा य अमे रका म हाल ह)" के राजनी तक मामल1 से पता चलता है क पशु के लए मु त गढ़)" जा रह)" है! या आप – आि मक प से – तैयार ह क कै से जीवन बदलने वाला है?
अब यह)" समय है सभी संगf'ठत धम से अलग हो जाने का य1 क वे सभी के सभी गर पड़े है। एक भी सं{-था बाबेल को छोड़ देने क आ ा से नह)"ं बची है, यहां तक क आपक भी नह)"ं।
येक चच ने कु छ या बढ़ते काश के बंदुओं को अ{-वीकार कर f'दया है। स य बढ़ रहा है. .
. या आप स य का पालन कर गे, चाहे कोई भी क मत य1 न हो?
राहुल : पशु क छाप कसी कं पनी का उ पाद या टेटू नह)"ं है। यह कोई माइ ो चप नह)"ं है। यह तो बहुत ह)" गूढ़ है, और इस कार, कसी भी {-प ट छाप से यह कह)"ं अ धक खतरनाक है। बहुत ज द, हम शैतान को उ धारकता होने का f'दखावा करते हुए देखने जा रह ह ।
कु णाल : हां सह)" है। कई सारे लोग भरमाए जाएँगे । या आप भी भरमाए जाओगे? या आप अपनी बाइबल को अ छ तरह से जानते ह , या याह के वचन म आपका f'व वास मजबूत है ता क आप अके ले खड़े रह सको और अपनी इंf' य1 के अलग-अलग सबूत का इंकार कर सको
य1 क आप अपनी आंख1 से f'दखने वाले का भरोसा करने से कह)"ं यादा, याह के वचन का भरोसा करते ह ?
या आप युग1 क चरम सीमा के लए तैयार ह ? अंत लगभग कर)"ब है। कु छ दशक1 म नह)"ं, ले कन थोड़े ह)" समय म । चाहे आप तैयार ह या नह)"ं याहुशुआ आ रहे ह ।
राहुल : तो तैयार हो जाइए! पूर)" तरह से समf'प त हो जाए। आज ह)"! इंतजार न कर !
उ धारकता खुल)" बाह1 से आपको लेने के लए खड़ा है। तैयार होने के लए जो कु छ आपको चाf'हए, वह देगा। वह आपसे ेम करता है, ऐसा ेम िजसे खुद अनंतता कट नह)"ं कर सकती।
कु णाल : सह)" कहा। ऐसा कु छ नह)"ं है जो आपने गु त म कया हो और वो उसे देख न सके । आप कभी भी ऐसा कु छ नह)"ं कर सकते िजसके कारण आप के लए उसका यार बदल जाएगा।
म एक बार हवाला पढ़ा था और म इसे आपके साथ साझा करना चाहता हूं। यह कहता है: “f'पता से संबं धत सारा यार, कोमलता के सभी झरने, जो मनु य1 क आ माओं म खुले हुए ह जो पीढ़)" दर पीढ़)" मानव दय के मा यम से बहते आए ह , वे असीम समु क एक छोट)" सी बंूद ठहरते ह जब उनक तुलना f'पता के अनंत, नf'व वाद ेम से क जाती है। जुबां इसे बयान नह)"ं कर सकती; कलम इसे च त नह)"ं कर सकता। आप अपने जीवन के हर f'दन उस पर
यान कर सकते ह ; आप इसे समझने के लए धा और लगन से आप पf'व शा{- क खोजबीन कर सकते ह ; {-वग य f'पता के ेम और क णा को समझने के यास म ; आप हर साम य और यो यता को बटोर सकते ह जो याहुवाह ने आपको द)" है; फर भी एक अन तता उसके भी पार है। आप उ भर के लए उस यार का अ ययन कर सकते ह ; पर फर भी आप
अपने लए याहुवाह के ेम क लंबाई और चौड़ाई, गहराई और ऊं चाई को पूर)" तरह समझ नह)"ं सकते।”
राहुल : आमीन! वह बहुत ह)" संुदर है।
कु णाल : खैर, आज के लए हमारा समय पूरा हुआ। हम उ मीद है क आप हमसे कल फर से जुड़ गे। याहुवाह नए काश को उं डेल रहा है। पुराने स य1 को बहाल कया जा रहा है। याहुशुआ बस अपने माग म है और चाहता है क आप तैयार रह ।
राहुल : येक f'दन हम आपके उ धार के लए आव यक नए स य1 को {-तुत कर गे।
फर मल गे, तब तक के लए याद रख : याहुवाह आपसे ेम करता है…और उस पर भरोसा करना सुर त है!
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