World's Last Chance

At the heart of WLC is the true God and his Son, the true Christ — for we believe eternal life is not just our goal, but our everything.

While WLC continues to uphold the observance of the Seventh-Day Sabbath, which is at the heart of Yahuwah's moral law, the 10 Commandments, we no longer believe that the annual feast days are binding upon believers today. Still, though, we humbly encourage all to set time aside to commemorate the yearly feasts with solemnity and joy, and to learn from Yahuwah's instructions concerning their observance under the Old Covenant. Doing so will surely be a blessing to you and your home, as you study the wonderful types and shadows that point to the exaltation of Messiah Yahushua as the King of Kings, the Lord of Lords, the conquering lion of the tribe of Judah, and the Lamb of Yahuwah that takes away the sins of the world.
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याहुशुआ का विश्वास

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काय म १: याहुशुआ का व वास

सीखीए याहुशुआ का व वास या है, और आप जयवंत होने के

लए इसका उपयोग कै से कर सकते ह !

* * *

WBCQ ला रहे ह म ट चेलो, म न, यू॰यस॰ए से आपके लए World's Last Chance रे डयो।

हंसा मक अपराध! राजनी तक उथल-पुथल! आ थ क अि थरता! सभी आने वाल मुि कल घड़ी क ओर इशारा करते ह िजनके समान कोई दूसर नह ं आई।

WLC रे डयो: मुि तदाता क शी वापसी के लए उसक जा क तैयार !

* * ** * *

याहुशुआ का व वास – भाग १

राहुल : नम कार! आज के काय म म आपका वागत है। म हूँ, राहुल और मेरे साथ ह कु णाल।

कु णाल : नम कार!! हमारे साथ शा मल होने के लए ध यवाद! या आप जानते ह ,राहुल आज के वषय को लेकर म बहुत उ सा हत हूँ।

राहुल : म भी हूँ। हमने एक मह वपूण वषय क योजना बनाई है। यह उस वषय पर है िजसे आप बहुत सुनते ह , हालां क, यादातर लोग को इसे प रभा षत करने के लए कहा जाए, तो बस ऐसा नह ं कर सकते। वे इसे सह श द म समझाने क को शश करते ह , ले कन वे

वा तव म इसे प रभा षत नह ं कर पाते। आज हम व वास के बारे म बात करने जा रहे ह ।

  • यह या है
  • यह या नह ं है
  • और अंत म , मजबूत व वास को कै से ा त कया जाए, यह वा तव म शैतान वारा चल गई कसी भी युि त पर आपको जयव त कर सकता है।

कु णाल : य द आप पहल बार हमारे साथ शा मल हो रहे ह , तो आप सुन गे क हम ऐसे दो नाम का उपयोग करते ह िजस से आप प र चत न हो। WLC म , हम “ई वर”, “परमे वर” या “ भु” श द का उपयोग नह ं करते ह । वे सफ शीष क ह । वे सृि टकता के प म आसानी से झूठे ई वर को संद भ त कर सकते ह । हमारा मानना है क यह व श ट होना बहुत ज र है

क आप कस के बारे म बात कर रहे ह , खासकर, आप कसको ाथ ना कर रहे ह !

राहुल : सह कहा! म आपसे सहमत हूँ। कु रि थय को लखी गई अपनी पहल प ी म , पौलुस ने यह वीकार कया क ऐसे कई ह िज ह "ई वर" कहकर संद भ त कया जाता है। उसने कहा: "य य प आकाश म और पृ वी पर बहुत से ई वर कहलाते है, (जैसे क बहुत से ई वर और बहुत से भु ह )। तौभी हमारे नकट तो एक ह परमे वर है: अथा त पता …।

कु णाल : के वल एक ह स चा "ई वर" है। जब भी हम उनको संद भ त करते ह हम सावधान—और सट क—होना चाहते ह , । इस लए, WLC रे डयो पर, हम हमेशा पता को उनके अपने वा त वक नाम से संद भ त करते ह , जो है याहुवाह, वैकि पक प से याह। और पु को याहुशुआ। इसका ह द भाषा ल यातरण 'यीशु मसीह' हुआ; िजसम 'यीशु' अरे मक भाषा के येशुआ के कर ब है और ‘मसीह' का अथ 'अ भ ष त' है।

राहुल :ह म

कु णाल : जब आप हम “याहुवाह” संद भ त करते हुए सुन , तो जान ल क हम पता के बारे म बात कर रहे ह । जब आप हम “याहुशुआ” बोलते हुए सुन , तो समझ ल क हम पु को

संद भ त कर रहे ह ।

तो, व वास। आप इसे कै से प रभा षत कर गे? या आप इसे प रभा षत कर सकते ह अगर कोई आप से पूछ तो?

राहुल : ह म। खैर, मुझे द कत होगी।

कु णाल : एक मनट इस बारे म सो चए। हम मसीह , इस श द का उपयोग बहुत करते ह । ले कन हम नि चत प से हमेशा श द म बयान नह ं कर सकते क हमारा इससे या मतलब है। कभी-कभी लोग कह गे क भरोसा करना ह व वास है। और यह है। ले कन यह उस से भी यादा है।

राहुल : हाँ, आप जानते ह कु णाल, " व वास" के लए सबसे अ छ प रभाषा िजसे म ने कभी पढ़ा है एक पुरानी श दकोश म थी। अब म आपको बता दँ ू क मुझे श द से ेम है। मुझे लगता है क वे दलच प ह । आप चाहो तो मुझे पुराने जमाने का कहो, जो कहना है वो कहो, ले कन मुझे सचमुच श दकोश पढ़ने म मज़ा आता है। अब, यह श दकोश एक पूण खजाना था जो मुझे ाचीन कताब क दुकान म धूल भरे एक ऊँ चे शे फ पर संभालकर रखा हुआ

मला। यह १८२८ म का शत हुआ था, मुझे लगता है क इसम व वास क सबसे अ छ

प रभाषा थी, और यह सचमुच थी, जो मुझे कह ं और नह ं मल । कु णाल : अरे वाह, इतनी पुरानी, दलच प लगता है। यह या थी?

राहुल : कसी दूसरे के वारा घो षत कया गया स य जो उसके अ धकार और स चाई को छोड़कर, कसी भी अ य सबूत के बना मन से वीकार (या समझौता) कर लेना ह , व वास होता है। यह मान सक नण य है क जो दूसरा यि त कहता या पुि ट करता है, वा तव म , सच है।

कु णाल : ह म। वह ब ढ़या है!

राहुल :अ छा, म आपके लए फर से कहूँ? कु णाल : हां-ज़ र।

राहुल : कसी दूसरे के वारा घो षत क गई स चाई को मन से वीकार कर लेना–या समझौता करना व वास है। अब यह व वास, क जो दूसरा यि त कहता है, वह सच है,

बना कसी अ य सबूत या सा य क मौजूदगी के , यहां तक क ज रत भी न हो, के वल उस

यि त के अ धकार और स चाई पर आधा रत है।

कु णाल :मुझे यह पसंद आयी। यह वा तव म बहुत ह गहरा अथ देती है।

राहुल : – व वास- अंतर-आ मा- का एक ढ़ भरोसा है क जो दूसरा यि त आपको बता रहा है, वह सच है। और यह – ढ़ता- अ य यि त के अपने नजी ान पर आधा रत होती है: अथा त उसके अ धकार और उसक स चाई पर। तो, जब वह कु छ कहता है, आप उस पर भरोसा करते ह —यहाँ गौर करने वाल बात है— य क आप उसे जानते ह और आपको

कसी अौर सबूत क ज़ रत नह ं।

कु णाल : च लए देखता हूं क म इसे ठ क से समझा हूँ या नह ं। तो असल म , आप यह कह रहे ह क, दूसरे यि त के यि तगत ान के आधार पर, – आ मा व वास करना – इसका मु य कारण बनता है।

राहुल : ब कु ल! और वो आ म व वास मह वपूण है। अपनी प ी म , े रत याकू ब,

व वा सय को ो सा हत करता है: "य द तुम म से कसी को बु ध क घट हो तो याहुवाह से माँगे, जो बना उलाहना दए सब को उदारता से देता है, और उसको द जाएगी।” और फर वो आगे जोड़ते ह : “पर व वास से माँगे, और कु छ संदेह न करे, य क संदेह करनेवाला समु क लहर के समान है जो हवा से बहती और उछलती है।"

कु णाल : आपके पास उसका वचन है य क आप उसे जानते ह , और यह काफ है।

राहुल : हाँ बलकु ल। ब कु ल। अब म चाहता हूं क आप इस बात पर यान द क व वास

या नह ं है: व वास -एक भावना- नह ं है! कई लोग, मेरा मतलब है कई सारे लोग, इस मु दे पर मत हो जाते ह ।

कु णाल : जी हाँ, ब कु ल। हमे खुश और आशावाद महसूस करना अ छा लगता है। हम मजबूत और आ म व वासी महसूस करना चाहते ह ।

राहुल : हाँ, हम ऐसा महसूस करना चाहते ह ! ले कन बात यह है क अगर हम इन चीज को

महसूस कर रहे ह , तो हम व वास का योग नह ं कर रहे ह ! भावना और व वास: दो पूर तरह से अलग-अलग चीज ह ।

कु णाल : मेर प नी और मेर एक अ छ दो त है जो इस मु दे पर गड़बड़ा जाती है। अब, हमने इस बारे म कई बार बात क है, ले कन, जब कभी वह डर जाती या नराशा महसूस करती है, तो वह मान लेती है क उसम व वास क कमी है। यह, बदले म , उसे और भी यादा

नराश कर देता है। तो जब तक वह स नता महसूस नह ं करती, जब तक क वह खुश और आनं दत, या आ म व वास महसूस नह ं करती, तो वह व वास न रख पाने के लए खुद को डांटती है।

राहुल : ह म.. ये तो बुर बात है। ऐसा लगता है जैसे क वह अपने व वास को इस आधार पर प रभा षत करती है क वह कै सा महसूस कर रह है।

कु णाल : ब कु ल सह कहा।

राहुल : सु नए दो त , अगर आप उन सभी सकारा मक चीज को महसूस नह ं करते िज ह आप महसूस करना चाहते ह तो नराश मत होइए। अगर अस लयत म , आपको डर लगता है तो ऐसा कभी मत मान लेना क आपको व वास नह ं है! व वास करने का समय वा तव म तब होता है जब आप सबसे यादा डर महसूस कर रहे ह !

कु णाल : व वास तो के वल याहुवाह को उसके वचन पर लेना है, यह तो बस मान लेना है क याहुवाह जो कहते ह , वो सच है। जब आप एक वादे को दावा करते ह , तो आप मान लेते ह क यह वादा इस वजह से पूरा हो जाएगा क वो कौन ह (सव – ेमी) और वह या है

(सव -शि तमान)।

राहुल : बलकु ल सह कहा! अगर आपक नौकर चल गई, और आप सोच रहे ह क अपने

प रवार को या खलाएग , और बल का भुगतान कै से कर गे, तो डर लगना ब कु ल सामा य है! म भी ड ं गा! इसका मतलब यह नह ं क आप डर रहे ह तो आपको व वास क कमी है। इसका मतलब यह है क आप समझदार ह , य क आप जानते ह क आप संभवत: दुःखद

ि थ त म है।

कु णाल : हाँ! और हम सब कसी न कसी समय पर उन प रि थ तय म थे, सह कहा न?

राहुल : हाँ वा तव म । ले कन यह व वास करने का समय है! जब आपके पास सुखद भावनाएं नह ं होती, जब आपको खुशी और व वास नह ं होता, जब आप डरते ह और आप नह ं जानते क आगे या होने वाला है, तब आप व वास को अ यास करने के लए तैयार हो जाते ह । व वास सफ याहुवाह के वादे पर भरोसा रखना है क वह अपने वाद को पूरा कर ग

य क आप उ ह जानते ह , और आप जानते ह क वह अपने वादे रखते ह ।

कु णाल : हाँ, सह कहा, आपक यह बात मुझे पसंद आई। तो भय क उन भावनाओं के आगे घुटने टेकने के बजाय, आप भरोसा करना चुनते ह । जब आपक अलमार और बटु एं खाल है, और फर भी, दाऊद के साथ, आप कहते ह : "म लड़कपन से लेकर बुढ़ापे तक देखता आया हूं; पर तु न तो कभी धम को यागा हुआ, और न उसके वंश को टु कड़े मांगते देखा है" ,यह

व वास है।

राहुल : आपने तीर एकदम नशाने पर मारा। बलकु ल सह बात है। कु णाल, आप जानते न, मेरा एक बेटा है? मुझे लगता है क आप उससे पछले ह ते मले थे, है ना?

कु णाल : ओह! जब वह काया लय के पास का था? हाँ, म मला हूँ। वह अ छा ब चा लगता है।

राहुल : वह है। वह बहुत ह अ छा ब चा है। अब, वह १३ साल का है, और मुझ पर पूरा-पूरा

व वास रखता है। सच म । जब वह छोटा था म उससे कहता था क "रात के भोजन से पहले अपना कमरा साफ कर लो नह ं तो तु ह कोई मठाई नह ं मलेगी। अब उसे पता था क जो म ने कह दया सो कह दया… और कोई बहस नह ं चलेगी।

अब, म उसे बोल सकता हूं, "रात के भोजन से पहले अपना होमवक पूरा कर , और उसके बाद, हम एक साथ कु छ देर फु टबॉल खेल सकते ह " और वह जानता है क अगर वह अपना होमवक को समय पर पूरा कर लेता है, तो भोजन के बाद म उसके साथ शाम को थोड़ी देर फु टबॉल खेलंूगा।

कु णाल : ब ढ़या! ऐसा लगता है क वह आप पर भरोसा करता है।

राहुल : वह करता है! और मेरे बेटे को यक न है क म जो कु छ भी कहूँगा वह क ँ गा य क म उसका पता हूँ – वह मेरे अ धकार पर भरोसा करता है – और जानता है क मैन जो उससे कहा है उसे पूरा क ँ गा – वह मेरे यार पर भरोसा करता है और यह व वास है।

कु णाल : हम सभी को याद रखने क ज़ रत है, क व वास एक सुखद भावना नह ं है।

व वास तो के वल याहुवाह का वचन को लेना है, य क आप मानते ह क जो उसने कहा है, वो करेगा । और आपको यह पता है, य क आप उ ह यि तगत प से जानते ह ।

राहुल : ब कु ल सहमत हूँ। यह तो व वास है। उ म.. या आप एं यू मूरै के बारे म सुना है?

कु णाल : या आप टे नस खलाड़ी के बारे म बात कर रहे ह ? आप वषय तो नह ं बदल रहे है ना? उ म, एं यू मुरै …मुझे लगता है क, सह -सह कु छ याद तो नह ं आ रहा.. या १९वीं शता द म एक मशनर क तरह कु छ?

राहुल : हाँ हाँ। बलकु ल सह कहा। अब, मुरै ने १८६० के द ण अ क पुनजा गरण को बढ़ावा दया। १८८९ म , वह द ण अ क जनरल मशन के सं थापक म से एक थे। और म आपको बता दँ ू ,कु णाल, मुरै व वास को समझ गए थे।

कु णाल : य द कोई है जो जानता है क व वास को कै से अ यास करना है, तो यह एक

मशनर होना चा हए! है ना? एक मशनर को िजन चीज का सामना करना पड़ता है, उ ह बहुत ज द याहुवाह के वचन पर भरोसा और नभ रता वक सत करना होगा!

राहुल : बहुत ह ज द ! और वे सचमुच करते ह । अब, मुरै ने लखा: “ व वास या है?” ( न च न)। “कु छ नह ं सवाए इसके क याह ने जो कहा, वह सच है।”

कु णाल : यह मान लेना क याहुवाह जो कहते ह वो सच है।

राहुल : हां। व वास आंत रक न चय है क याहुवाह जो कहते ह , वा तव म , सच है!

कु णाल : असल म , यह मुझे व वास के लए उ धारकता क प रभाषा को याद दलाता है, म ी ८ का अ याय एक सूबेदार क कहानी बताता है िजसका दास बीमार था ।

राहुल : ओह, हाँ, बलकु ल!

कु णाल : इसी कहानी म हम एक सबसे ब ढ़या उदाहरण दया गया है िजसके बारे म हम बात कर रहे ह : व वास।

राहुल : अ छा? यह या है?

कु णाल : जब याहुशुआ कफरनहूम म आया तो एक रोमी सूबेदार ने उसके पास आकर उस से कहा क "महोदय, मेरा सेवक घर म है जो बहुत बीमार है। वह बहुत पी ड़त है।"

याहुशुआ ने तुरंत जवाब दया: "ठ क है। म आकर उसे चंगा क ँ गा। "

अब, मुझे नह ं पता क सूबेदार याहुशुआ के बारे म कै से जानता था। मुझे नह ं मालूम य द उसने उ धारकता को कसी को चंगा करते देखा, या उसे कसी ने बताया हो। पर जो भी हो, सूबेदार को याहुशुआ क चंगा करने क साम य म पूरा भरोसा था। जब याहुशुआ ने कहा

“ठ क है, म आकर चंगा क ँ गा” सूबेदार ने वरोध कया। उसने कहा, "अरे नह ं! नह ं-नह ं,

आपको ऐसा करने क ज रत नह ं। म इस यो य नह ं क आप मेर छत तले आए, पर तु के वल मुख से कह दे तो मेरा सेवक चंगा हो जाएगा।

राहुल : अरे वा..ह! कतनी खूबसूरत बात है।

कु णाल : सो तो है। और याहुशुआ के अगले श द इस बात का पुि ट करता है क यह स चा

व वास था। वो अचं भत हुए और कहे, “म तुझसे कहता हूँ क म ने कह ं भी, यहां तक क इ ाएल म भी ऐसा व वास नह ं पाया!”

राहुल : वाह!

कु णाल : यह तो काफ प ट है, है ना? राहुल : हां। बलकु ल।

कु णाल : सूबेदार के पास अ धकार था। उसक हर कोई मानता था। उसने उ धारकता को

बताया: “मैने देखा है क तेरे पास अ धकार है और म अ धकार को समझता हूं य क मेरे पास भी, अ धकार है। जब म एक से कहता हूँ, ‘जा!’ तो वह जाता है; और दूसरे से, ‘आ!’ तो वह आता है; और जब अपने दास से कहता हूँ “यह कर” तो वह करता है। इस लए बस कह दे। यह काफ है।”

याहुशुआ ने, इसी को व वास कहा है।

राहुल : म ने पहले भी कहा था और म फर से कहूँगा: यह संुदर है। यह गहरा है, है ना?

कु णाल : हां, व वास मन-चाहे वादे को मज़बूती से पकड़ लेता है और मान लेता है क ये वादा

ा त होने या महसूस होने से पहले ह पूरा हो जाएगा!

राहुल : तो, मूल प से, पूर तरह से और संपूण प से याहुवाह के वचन म भरोसा करना ह

व वास है। यह मानता है क वादा ज रत के समय और ज़ र तर के से पूरा हो जाएगा…और

व वास अनुभव होने से पहले ह इसका ध यवाद दे देता है। व वास जानता है क याहुवाह झूठ बोल नह ं सकता और न ह बोलेगा। इस लए, के वल वादे को हमारे पास होना ह काफ है।

कु णाल : मुझे अभी एक पुरानी गीत याद आया। िजसका शीष क है: " व वास ह वजय है!" और यह बलकु ल सच है।

राहुल : यह है, और दरअसल हम अपने अगले ह से म उसी के बारे म बात करने जा रहे ह । कु णाल : बने र हए हमारे साथ! हम अभी वापस आते ह और याहुशुआ के व वास के बारे म

बात कर गे और जयवंत होने के लए आप कै से इसे उपयोग म ला सकते ह ।

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* * *

याहुशुआ का व वास – भाग २

कु णाल : हमारे काय म के अगले ह से म आपका वागत है! WLC रे डयो पर म हूं कु णाल और मेरे साथ ह राहुल और आज हम व वास के बारे म बात कर रहे ह ।

राहुल : पछले ह से म , हमने सीखा क व वास तब होता है जब आपका मन वीकार और भरोसा करता है क, जो कोई अ य यि त कहता है वह सच है, और यह ढ़ व वास दूसरे

यि त के यि तगत ान के आधार पर होता है क वह भरोसेमंद है।

कु णाल : कसी और सबूत या गवाह क ज रत नह ं है। यह तो बस आपका मान लेना क दूसरा यि त जो कहता है उसके स चे होने पर भरोसा कया जा सकता है।

राहुल : और यह तो है। ब कु ल। यह कोई भावना नह ं है। यह यक न आपके यि तगत

ान के आधार पर है क दूसरा यि त भरोसे के लायक है और उस पर नभ र हुआ जा सकता है।

कु णाल : बस इतना ह है।

राहुल : े रत पौलुस समझ गया था क याहुवाह का वादा उतना ह अ छा है मानो िजतना क

इसके पूरा होने क वा त वकता। अब, व वास पर, अपने इ ा नय के महान ११व अ याय म , िजसे हर कोई जानता है, पौलुस ने बताया: " व वास आशा क हुई व तुओं का न चय, और अनदेखी व तुओं का माण है।"

इस लए, दूसरे श द म , पौलुस समझ गया क य द आपको व वास है क वादा पूरा होगा, तो

यह पूरा हो जाएगा। यह कारण है क व वास आशा क हुई व तुओं का न चय, और अनदेखी व तुओं का माण है। यह उन व तुओं का सबूत, गवाह है जो अभी तक देखी नह ं गई।

कु णाल : अब, यह ब कु ल वैसा है िजस पर याहुशुआ मरकु स के ९ अ याय म चचा कर रहा थे। आपको याद है न?

राहुल : हाँ… यह थोड़ा धँुधला सा याद है, या आप हम थोड़ा और बता सकते ह ?

कु णाल :

मरकु स ९ के अ याय म , याहुशुआ ठ क इसी वचार का वण न कर रहे थे जब उ ह न

कहा था, "य द तू कर सकता है; . . . व वास करने वाले के लये सब कु छ हो सकता है।”

राहुल : एकदम सह ! बहुत ह ब ढ़या। अ छ बात है.. तो.. च लए वापस इ ा नय के ११व अ याय पर चलते ह । "और व वास बना उसे स न करना अनहोना है, य क याह के पास आने वाले को व वास करना चा हए, क वह है; और अपने खोजने वाल को तफल देता है।" अ याय के बाक ह स म , पौलुस प व शा के महानतम व वासी यो धाओं के नाम बताता है – िज ह ने याह को उसके वचन पर लया।

कु णाल : जैसा क आपने कहा, इ ा नय ११, यह व वासी अ याय है या,मुझे लगता है, हम इसे व वासी यो धा का अ याय कह सकते ह ।

राहुल :

यह है! यह बहुत ह रोमांचक है! अब, इस सूची को सु नए। ये वो ह िज ह ने:

व वास ह के वारा रा य जीते; धम के काम कए; त ा क

हुई व तुएं ा त क , संह के मंुह ब द कए। आग क वाला को

ठं डा कया; तलवार क धार से बच नकले, नब लता म बलव त हुए; लड़ाई म वीर नकले; वदे शय क फौज को मार भगाया।

ि य ने अपने मरे हुओं को फर जीवते पाया; कतने तो मार

खाते खाते मर गए; और छु टकारा न चाहा; इस लये क उ म पुन थान के भागी ह । कई एक ठ ठ म उड़ाए जाने; और कोड़े खाने; वरन बा धे जाने; और कै द म पड़ने के वारा परखे गए। प थरवाह कए गए; आरे से चीरे गए; उन क पर ा क गई; तलवार से मारे गए; वे कं गाल म और लेश म और दुख भोगते हुए भेड़ और ब करय क खाल ओढ़े हुए, इधर उधर मारे मारे

फरे। और जंगल , और पहाड़ , और गुफाओं म , और पृ वी क

दरार म भटकते फरे।

वा..ह! आपने सुना न, कु णाल ?

कु णाल : हां, अ भुत। यह अस लयत म दय को छू ता है। या वजयी लोग थे! राहुल : वे थे। वे वा तव म वजयी थे!

कु णाल : अब मा ट न लूथर को ले ल िजए, वह बाइबल म उ लेख कए गए उन लोग क तरह

ह एक व वासी नायक थे।

राहुल : वह सचमुच थे! है न? वह कमाल के थे।

कु णाल : हाँ, वह वा तव म । लूथर को याह के वचन म काफ व वास था। उ ह ने राजकु मार और पोप के सामने खड़े होकर घोषणा क : “म कु छ भी नह ं कर सकता हूं और न ह फर सकता हूं, य क ववेक के खलाफ जाना न तो सह है और न ह सुर त । म यहां खड़ा हूं, म कु छ और नह ं कर सकता, इस लए याह मेर मदद करो।”

राहुल : अ भुत ! यह वा तव म बहुत ह साहस भरा लगता है, है न?

कु णाल : हां सचमुच। जो कु छ हुआ उसके कारण यह साहस भरा है ले कन इसके अलावा यह बोलने के लए व वास लया। और लूथर व वास को समझ गए थे। उ ह ने लखा: " व वास एक जी वत और अ डग आ म व वास है, याहुवाह के अनु ह म एक ऐसा यक न जो इतना आ वा सत है क, एक आदमी इसके लए हजार मौत मरेगा।" उ ह ने आगे कहा, " व वास के बना, कु छ भी संभव नह ं है। ले कन इसके साथ, कु छ भी असंभव नह ं है।"

राहुल : ये वाकई सच है! और फर भी, कभी-कभार समझा गया।

कु णाल : यह है। और इस लए आज हम इसके बारे म बात कर रहे ह । कसी भी मसीह अनुभव म , जीवन- दान करने वाला, जीवन को बनाए रखने वाला सबसे मह वपूण त व " व वास" है। ह म..कै से कहूँ? चाहे आपको घोर अंधकार से भर हुई तराई म से होकर जाना पड़े, तौभी व वास आपको… वग य वातावरण क साँस लेने देता है।

राहुल : जोनी एरकसन टाडा एक मसीह ले खका है िजसने ठ क इसी बात का अनुभव कया

िजसके बारे म हम बात कर रहे ह । जब वह सफ १७ क थी, तो उनक गद न म चोट आ गई और उनके हाथ-पैर ने काम करना बंद कर दया।

कु णाल : १७ ? यह कसी भी उ म झेलना क ठन होगा, ले कन १७ पर . . .

राहुल : यह तो बहुत ह दुखद होगा और यह था। उ ह , वाभा वक प से, बहुत ह नराशा और ोध का सामना करना पड़ा. . .वह आ मह या के वचार से भी लड़ी उ ह ने पूछा य ! आ खर य ? य याह ने उनके साथ ऐसा होने दया?

कु णाल : ब कु ल! ऐसे म कौन नह ं पूछना चाहेगा?

राहुल : म जानता हूं। म यह क पना भी नह ं कर सकता क उस तरह के अनुभव से गुजरने म कै सा लगता होगा। आ खरकार, जोनी ने अपने मंुह म प ट श पकड़कर प ट करना सीख लया। उ होन ४० से अ धक पु तक लखी और साथ ह साथ कई संगीत आलबम रकॉड कए।

कु णाल : यह कसी के भी लए भावशाल होगा, ले कन कसी यि त के लए, उस पर

वजय ा त करना िजस पर उ ह ने वजय ा त कया हो? नि चत प से म क पना भी नह ं कर सकता। या आप कर सकते ह ?

राहुल : नह ं। यह तो लाजवाब है। ले कन वह जयवंत हुई और उ ह ने व वास के वारा जय पाई। अब, वह कहती है: " व वास धंूध से भरे भ व य म लंबे समय तक और दूर तक यक न करने क मता नह ं है। यह तो बस याह को उसके वचन पर लेना है और फर अगला कदम उठाना है।”

कु णाल : "अगला कदम" ब ढ़या।

राहुल : यह व वास है, याह के वादे म परम ढ़ व वास है, जो हम शैतान वारा लाई गई हर

ि थ त म वजय दलाता है।

कु णाल : आप सह कह रहे ह ! और जब आप ये कहते ह , तो हम कसी नौकर क छू ट जाने, या वा य क हा न के बारे म बात नह ं कर रहे ह । हम बड़े बात के बारे म बात कर रहे ह । हम वरासत म मल पाप करने क वृ पर जयवंत होने के बारे म बात कर रहे ह । अथा त गु त से भी गु त पाप के बारे म ।

राहुल : हाँ, आपने तीर एकदम नशाना पे मारा है ,ह म.. या आपने ओसवा ड च बर के बारे म सुना है?

कु णाल : ओह.. ,आज तो आप मेरा पर ण कर रहे ह , ओसवा ड चे बस ? नह ं, मुझे नह ं लगता. . . ह म! एक मनट! या वह नह ं था – या यह वह नह ं थे- िजनक मृ यु म म हो गई थी, जब वह कु छ या कर ब ४५ साल के थे?

राहुल : कर ब कर ब। दरअसल, वह ४३ वष के थे जब वो मर गए। ओसवा ड चे बस एक मसीह सेवक और श क थे। उनक मृ यु के बाद उनक प नी ने उनके कई उपदेश और

या यान का शत कए। वे लाजवाब है! उस आदमी को वजयी मसीह जीवन जीने म गहर आ याि मक अंत ि ट थी। चे बस जानते थे क व वास एक भावना नह ं है। उ ह ने कहा:

" व वासी जीवन, पंख से उड़ने का जीवन नह ं है, बि क चलने और बेहोश न होने का जीवन है।"

कु णाल : तो वह समझ गया क व वास एक यि त के दैवीय पता का ेम क यि तगत

ान पर आधा रत है, है ना?

राहुल : हां! बलकु ल। उ ह ने यह भी कहा: “ व वास कभी नह ं जानता क यह अगुवाई करते हुए कहाँ ले जा रहा है। पर यह ेम करता है और उसे जानता है जो अगुवाई कर रहा है।” उ ह ने एक बार पाया क: " व वास याह के च र म संकि पत आ म व वास है िजसे आप उस समय पर समझ नह ं सकते ह ।"

कु णाल : कतनी खूबसूरत है।

राहुल : अब यह "याह के च र म जानबूझकर कया गया आ म व वास" है, जो क वजयी मसीह जीवन के लए मह वपूण है। े रत पौलुस को अपने यि तगत अनुभव से याहुवाह का ेम के च र को यि तगत ान पर आधा रत व वास क मह वपूण ता पता थी। कु ि थय को लखी गई अपनी दूसर प ी म , वे बताते ह क उनको सच के लए कन- कन चीज से गुजरना पड़ा। वे कहते ह : "तीन बार म ने ब त खाई; एक बार प थरवाह कया गया; तीन बार जहाज िजन पर म चढ़ा था, टू ट गए; एक रात दन म ने समु म काटा। पांच बार म

ने यहू दय के हाथ से उ ताल स उ ताल स कोड़े खाए।"

कु णाल : वाह। वो लेखा-जोखा पढ़ना थोड़ा मुि कल है। अब राहुल, तु हारे लए एक सवाल है,

या तु ह उस बयान का मह व मालूम है?

राहुल : उह , शायद मालूम है, पर या आप मुझे बताइएंगे?

कु णाल : हाँ। कोड़े क मार ब त क मार से भी यादा है। कोड़े क मार म कई सारे वार होते थे, और हर वार म लोहे के नुक ले सरे और कांच होते थे ता क ये उस यि त के शर र से मांस के टु कड़ को खींच ले िजसे कौड़े मारे जा रहे ह । शर र का बहुत यादा नुकसान होता था, बहुत

कड़ा झटका लगता था और र त भी बहुत बह जाता था। ४० कौड़े एक यि त को मौत के घाट उतार देता। चाल स कौड़ो क मार मृ यु दंड थी।

राहुल : वो तो एकदम भयानक है। बहुत ह घोर।

कु णाल : यह है। ले कन पौलुस कह रहा था क उसे पांच अलग-अलग मौक पर बड़ी ू र तर के से ता ड़त कया गया! वो घमंड नह ं कर रहा था! उसे पता था क सार म हमा याहुवाह को मलेगी। वह अपने अनुभव को समझा रहा था, यह दखाने के लए क जब आप याहुवाह पर व वास करते ह तो कन- कन चीज़ पर आप जयवंत हो सकते ह ।

पौलुस लोग को व वास के मह व को हण करने के लए समझाना चाहता था। व वास के अ यास को चुने बना, आप अपनी आ मा के लए यु ध म जयवंत नह ं हो पाएंगे, भले ह आदम के हर पु और पु ी को पूर तरह से और भरपुर मा ा म माफ क पेशकश क गई हो!

राहुल : ओ.. तो आप यह कह रहे ह क, आपको याहुवाह म आपने यारे पता के प म , आपके आपने यि तगत दो त के प म , व वास होना अव यक है।

कु णाल : आपने एकदम सह कहा। बलकु ल ठ क।

राहुल : आप मुझे और मेरा श द से ेम तो जानते ह ह । खैर, ढ़- व वास को इस तरह से प रभा षत कया गया है: "पूण व वास; व वसनीयता, या कसी यि त क व वसनीयता म भरोसा”।

कु णाल : जी,सह कहा ! मरकु स म , उ धारकता ने कहा“ इस लये म तुम से कहता हूं, क जो कु छ तुम ाथ ना करके मांगो तो ती त कर लो क तु ह मल गया, और तु हारे लये हो जाएगा।”

राहुल : ले कन ढ़ व वासी हो कर वाद म व वास करने के लए, आपको उ ह जानना

होगा।

कु णाल : ब कु ल सह । यह वापस पता के साथ यि तगत र ता कायम करने पर नभ र होता है। उसे हम खुद के लए जानना चा हए। और सु नए दो त : याहुवाह म व वास करना सुर त है! परंतु आपको उसके वाद म व वास करने का अ यास करने के लए, उसका भरोसा करना है, उसके सव यापी सामथ होने म भरोसा करना है, उसके असी मत ेम म भरोसा करना है।

राहुल : और, अगर आपको व वास क कमी है, तो सफ एक सोचा-समझा नण य ल और

पता पर भरोसा करना शु कर । फर, छोट -छोट बात म उनका पर ण करना शु कर । वो

बलकु ल बुरा नह ं मानते! स ची! वा तव म , वह हम उ ह परखने के लए आमं त करता है! कु णाल : सच-मुच?

राहुल : हां! मलाक ३ म , हम देखते ह क इ ाएल मं दर के लए अपने दशमाशं और भ टे नह ं लाए थे। वे बेबीलो नया क बंधुआई से लौटे थे मगर फर भी उ ह ने उनक सभी ज रत क उपल धता के लए याहुवाह का भरोसा नह ं कया था। इस लए पता ने उ ह उसे परखने के लए बोला! बस परखो और देखो!

तो उ ह ने कहा: “सारे दशमांश भ डार म ले आओ क मेरे भवन म भोजनव तु रहे – ऐसा करके मुझे परखो- क म आकाश के झरोखे तु हारे लये खोलकर तु हारे ऊपर अपर पार आशीष क वषा करता हूँ क नह ं ता क तु हारे पास आशीष रखने क जगह भी नह ं बचे।”

कु णाल : वा…ह! और उनके व वास को बढ़ाने के लए परमे वर को परखने क ज रत म उ ह डांटा नह ं गया।

राहुल : नह ं! नह ं, नह ं ! और सु नए, हम भी इसे कर सकते ह । छोट -छोट बात म उ ह परख , उसे आपको यह सा बत करने का मौका द क उनपर भरोसा कया जा सकता है। उसम अपना व वास बनाने के तर क के लए खोज , वह कभी भी आपको नराश नह ं करेगा।

कु णाल : आमीन और आमीन। पता पर भरोसा करना सुर त है!

राहुल : आप कह ं मत जाइएगा हम अभी वापस लौटते ह अपने दै नक प के साथ जहां हम दु नया भर से भेजे गए सवाल के जवाब द गे।

* * *

व ापन

आप सुन रहे ह World's Last Chance रे डयो WBCQ पर, ३१ मीटर के ब ड पर ९३३०

कलोह ज पर। World's Last Chance रे डयो: मुि तदाता क ज द वापसी के लए उसक

जा क तैयार ।

* * *

दै नक प ो र

कु णाल : WLC के दै नक प ो र म आपका वागत है! म हूं कु णाल, और मेरे साथ है राहुल। और म देखता हूं क इस ह ते हम काफ प भेजे गए।

राहुल : जी हां!

कु णाल : आज के लए हमारा पहला न म या है?

राहुल : मुझे बस एक सेकं ड द िजए। ठ क है! दरअसल हम एक ब ढ़या न: मला है। यह उ र देश के राजेश जी के ओर से आया है। यह कहते ह :” हेलो WLC! या आप मुझे बता सकते ह , आप लोग कौन ह ? या आप कसी वशेष चच या सं दाय से सहब द ह ? "

कु णाल : यह एक अ छा सवाल है।

राहुल : हां, है न? और यह वा तव म एक ऐसा सवाल है जो हमसे बहुत-ह पूछा जाता है।

कु णाल : खैर, राजेश जी, यह बात क हम कौन ह , WLC ट म दु नया भर म फै ल हुई है। दु नया के अलग ह स से है।

राहुल : आप और म , और कु छ अ य ट म के सद य भारत म रहते ह । ले कन हमारे ट म म

कु छ और भी सद य ह जो म य पूव देश, अ का, यूरोप, ए शया और सुदूर पूव म रहते ह ।

कु णाल : और इसके साथ ह साथ, उ र अमर का म रहने वाले ट म के कु छ सद य है और द ण अमे रका म से भी कु छ। तो, जैसा क आप देख सकते ह क हम सचमुच दु नया भर म फै ले हुए ह और हम कसी भी चच या व वासी समुदाय का ह सा नह ं ह । हमारा एकमा

यान स य को सीखना है और फर जो कु छ हमने सीखा है उसे दूसर के साथ साझा करना है।

राहुल : हां सह है। हम मह वपूण , स ध या खास नह ं ह । हम के वल स य का अनुसरण करने के लए सम प त ह , चाहे यह कह भी अगुवाई कर , हमारा यान हम जो सीखते ह उसे साझा करने पर है। हम कसी एक यि त पर यान आक ष त नह ं करना चाहते। यान हमेशा सच को साझा करने पर है।

कु णाल : यह सह है और यह वा तव म एक संयु त यास है। लेखक ह जो वेबसाइट के लए साम ी नमा ण करते ह और रे डयो काय म के लए शोध करते ह , और साथ ह ,

वी डयो ाफ़र ह , और वे लोग ह जो हमारे वारा अपलोड क जाने वाल वशाल रा श के लए

को डगं

करते ह । अ य जन वेबसाइट पर छोड़े हुए ई-मेल और संदेश का जवाब देते ह । तो यहाँ

हर कोई रे डयो ो ा मंग के साथ शा मल है। राहुल : और अनुवादक को मत भू लए!

कु णाल : ओह हां!

राहुल : वेबसाइट के आलेख और WLC क व डयो १७ अलग-अलग भाषाओं म अनुवा दत

कए जा रहे ह । और रे डयो काय म तो, कतनी भाषाओं म ? अब तक सात भाषाएं है, है न?

कु णाल : हाँ। यह वा तव म एक संयु त यास है। कोई भी एक यि त यह सब कु छ नह ं कर सकता। हम संदेश वाहक के बजाय संदेश पर यान देना पसंद करते ह या, जैसा क यहां संदेशवाहक का मामला है।

राहुल : हाँ और राजेश जी ने यह भी पूछा क या हम कसी वशेष चच या सं था से

संब धत ह ।

कु णाल : हां, कई लोग को लगता है क हम कसी वशेष सं था या समुदाय से समथ न

मलता है। सच तो यह है राजेश, हम पूर तरह से इनसे अलग है। हमारा कसी भी सं था या धा म क संगठन से कोई संब ध नह ं ह और न ह हम कसी भी चच या सं था से आ थ क सहायता लेते ह ।

राहुल : हालां क येक सं था या समुदाय के पास कु छ स चाई है, ले कन येक म कु छ

ु टयां भी है।

कु णाल : या बढ़ते काश को नकार दया है।

राहुल : हां, एकदम सह । हमारा ल य है; “जो भला है उसे पकड़े रहो, बाक बचे को एकतरफ कर दो।"

कु णाल : हां सह है। वग तो बस नए स य को उं डेल रहा है। राहुल : जी हां। ब कु ल!

कु णाल : और, जैसे-जैसे आप WLC रे डयो सुनते ह , आप उन बात को सुन गे िजनसे आप शायद सहमत न हो, पर सुनते र हए।

राहुल : हां-हां। यह तो यान देने वाल बात ह । जो भला है उसे पकड़े रहो, बाक बचे को एकतरफ़ा कर दो।

कु णाल : जैसे आप और यादा सीखते ह , जैसे आप यह सीखते ह क हम जो व वास करते ह वो य करते ह , शायद आप हमसे सहमत ह गे।

राहुल : या सहमत नह ं हो, जो भी हो! जब हमसे कोई गलती होती है तो हम इसे वीकार करने के लए गव नह ं करते।

कु णाल : सह और हमने वो पहले भी कया था। जब अ धक काश आता है, अगर हम लगता है क हम कसी अंश पर गलत ह , तो हमने सभी को इसके बारे म बताया है। मह वपूण बात स चाई है। हमेशा स चाई।

राहुल : WLC ऐसा है, जैसे क अंत के समय क स चाइय1 क छं टा य1 के घर जैसा। िजतना अ धक और जो कु छ हम सीखते ह , वह हम साझा करते है। और इस लए हम कसी भी वशेष चच या सं दाय के सद{-य भी नह ं ह ।

कु णाल : हां सह है। ऐसी कोई भी एक संं{-था नह ं िजसने सभी स चाइय1 को {-वीकार कर

लया और पछल ु टय1 को एक-तरफ कर दया है।

राहुल : हम तो बस स य के खोजी है, जो हमने सीखा वह साझा करना चाहते ह । कु णाल : तो, हमारे लए आज का दूसरा सवाल या है ?

राहुल : यह पंजाब म रहने वाल सु भ जी क ओर से आया है। वो कहती ह : "म कु छ समय से घर क कल सया चला रह हूं और नह ं जानती क अपने दशमाशं का या क ँ । म यह WLC को भेजना चाहती हूं। कृ पया या आप मुझे बता सकते ह क म कै से आपको अपने दशमाशं और भ टे भेज सकती हूं?"

कतनी अ छ बात है न! जब हम आशी षत होते ह तब यह {-वाभा वक त या होती है क हम देना चाहते ह !

कु णाल : हां अ छ बात है। और यह बाइबल आधा रत भी है। ध यवाद सु भ जी। आप बहुत ह अ छ ह । याहुवाह आपक उदारता के लए आपको आशी षत कर । सच यह है क, WLC दशमाशं और भ ट नह ं लेता। हमने कभी नह ं लया है। हालां क, हम आपको ो सा हत करना चाह गे क, आप उन पैस1 का इ{-तेमाल अपने पास के {-थान1 म स य को बांटने के लए कर या अपने आसपास के ज़ रतमंद1 को देकर मदद कर ।

राहुल : अ छा f'वचार है। ऐसा बहुत कु छ है िजसके वारा आप उन पैस1 से दूसर1 को आशीf'षत कर सकते ह ।

कु णाल : ब कु ल ठ क।

राहुल : आप हमार वेबसाइट से आलेख1 क त लf'प बनाकर साझा कर सकते ह । अगर आप कसी प रवार को जानते ह जो नौकर के सल सले म बाहर है या कसी अ य क कु छ अलग ज रत है, तो आप इसका इ{-तेमाल उ ह आ शf'षत करने के लए कर ।

कु णाल : ब ढ़या है। हां, बहुत से लोग समझते भी नह ं क इ ाए लय1 क कई सार भ ट का इ{-तेमाल उनके आसपास के समाज को आशीf'षत करने के लए कया जाता था। यह सारा का सारा याजक1 को नह ं स प दया जाता था।

राहुल : ब कु ल।

कु णाल : अगर एक गर ब प रवार फसह या कसी और कारण-वश, य शलेम क या ा का खचा उठा नह ं पाते थे तो भ ट के पैस1 का उपयोग उनके मदद के लए होता था जो या ा नह ं कर सकते। वे तब भी एक f'वशेष फसह के भोजन का आनंद ले सकते थे भले ह वे जाने म स म न ह1।

राहुल : हां। हां। अब, आप भी वैसा ह कर सकते ह । आप भी याहुवाह के हाथ बन सकते ह उन लोग1 क भलाई करने के लए जो आपके आसपास ह , और ऐसा करके आप भी बदले म आशीf'षत ह1गे! अगर आप अ{-पताल म एक बुजुग म हला के बारे म सुनते ह जो बीमार ह और उसके पास प रवार नह ं है, बस जाइए और कु छ फू ल और पढ़ने के लए कु छ ले जाइए जो उ ह खुश करता है। और इसी तरह हम दूसर1 के लए भी याहुशुआ का ेम दखा सकते ह ।

कु णाल : यह है, यह वा{-तव म है। इसे आज़माए और देख ! दय1 को दया और उदारता से खींचा जा सकता है। आप अपनी भ ट1 का उन सभी लोग1 को आशीf'षत करने के लए उपयोग कर सकते ह ।

राहुल : म-् ह म। आशीष के बदले म , आपको भी आशीष मल गी।

ठ क है, ऐसा लगता है हमारे पास एक न के लए और समय है। और यह द ल म रहने वाले अ मत जी ने भेजा है। वह कहते ह : "म ने यान दया है क WLC सृि टकता के लए हमेशा असल नाम1 का इ{-तेमाल करता है। तो आप य1 अभी भी उन श द1 का इ{-तेमाल करते ह जो शैतान अपने झूठे ई वर1 के लए इ{-तेमाल करता है? श द जैसे: म हमा, पf'व , शु ध और अनु ह, ये सारे श द, जो उसके झूठे ई वर1 के म यम से शैतान पर लागू होते ह । तो य1 WLC शैतान वारा इ{-तेमाल श द1 को लेकर याहुवाह पर लागू करता है?”

कु णाल : कतना दलच{-प सवाल है न, राहुल? मुझे यह प 1 को पढ़ने वाला ह{-सा पसंद है। हम लोगो से, बहुत से ऐसे दलच{-प सवाल मलते रहते ह । आप सह कह रहे ह अ मत जी,

क हम हमेशा यान रखना चा हए क हम सृि टकता के बारे म कस तरह से और कै से बात करते ह । और ऐसे बहुत से ईमानदार लोग ह जो कसी भी ऐसे श द का इ{-तेमाल करने से मना करते ह िजनका मूल मू त- पूजा से जुड़ा हुआ है। हालां क, इसके साथ के वल एक ह सम{-या है।

राहुल : वह या?

कु णाल : सभी आधु नक भाषाएं अपनी जड़ वापस उन भाषाओं को सू चत करती ह जो याहुवाह ने उ ह बाबील म न द ट क थी। याहुवाह ने भाषाओं म गड़बड़ी डाल ! उ ह1ने कई

कार के श द1 को न द ट कया जो उपयोग कए जाने वाले थे।

राहुल : दलच{-प बात है।

कु णाल : इसका मतलब यह नह ं है क श द अपने आप ह कसी भी तरह से मू तप ूजक ह या

याहुवाह के लए के वल इ ानी श द1 ह वण न या लागू करने के लए उपयोग कया जाना चा हए। सृि टकता ने {-वयं ह भोजन, लोग, पशुओं के लए श द1 को न द ट कया है। मूल

प से, पृ वी और {-वग म , याहुवाह ने लोग1 को उपयोग करने के लए श द1 को न द ट

कया – िजसम वे श द शा मल ह जो f'व भ न द य गुण1 का वण न करते ह ।

राहुल : वह f'दलच{-प है। म ने पहले कभी ऐसा नह ं सोचा था, ले कन म समझ सकता हूं क आप या कह रहे ह ।

कु णाल : मू तप ूजक देवताओं से जुड़े हुए श द, जैसे क "पf'व " और "मf'हमा" जो याहुवाह

का वण न करने के लए उपयोग कए गए ह , इनसे नरादर नह ं होता। वो तो बस श द ह जो उसने दैवीय च र के f'व भ न गुण1 का वण न करने हेतु एक f'वशेष समूह के लए बाबेल म f'दए थे।

राहुल : तो, जब वे सृि टकता क उपासना से फर गए, तब भी उ ह1ने उ ह द गई भाषा का इ{-तेमाल कया, और इसे अपने झूठे देवताओं के लए लागू कया।

कु णाल : एकदम सह कहा! याहुवाह को लागू होते श द1 के इ{-तेमाल से नरादर नह ं होता। संपूण नरादर यह है क शैतान ने उन अलग-अलग श द1 को चुरा लया जो सृि टकता का वण न करते ह और उ ह दै य देवताओं या ई वर1 के नाम के प म योग कया।

राहुल : काफ f'दलच{-प है। और जब कु छ चुरा लया जाता है ये तब भी कानूनी तौर पर उसके सह अ धकार का है, या यह सह है?

कु णाल : हां है! शैतान ने "अनु ह" श द को चुराया और इसे मू तप ूजक व देf'वय1 पर लागू

कर f'दया। हालां क, यह श द एक अf'व वसनीय संुदर f'द य च र f'वशेषता का वण न करता है। और यह अभी भी याहुवाह के अंतग त आता है!

राहुल : सह कहा। तो जो आप कह रहे ह , यह है क हम उन श द1 का इ{-तेमाल नह ं करना है, एसा सोचने के बजाय, हम उन श द1 को पुनः इ{-तेमाल करना चाf'हए।

कु णाल : यह एकदम सह है! जब हम याहुवाह के f'दए गए श द1 का उसका वण न करने के

लए इ{-तेमाल करने से मना कर देते ह , तो हम स य का संचार करने क हमार मता को सी मत करते ह । और जब ये कया जाता है, शैतान जीत जाता है।

राहुल : देखा, म हर f'दन नई चीज सीख रहा हूं! इस लए, हम याहुवाह पर लागू होने वाले श द1

को वापस ले ल और शैतान को जीतने न द ।

कु णाल : बलकु ल। और सु नए दो{-त1, हम आपसे भी सुनना चाहते ह ।

राहुल : हां, ले कन, यादा समय न होने क वजह से हम हर न का जवाब सारण म नह)"ं दे पाएंगे, ले कन हम अपनी ओर से पूर)"-पूर)" को शश कर गे!

कु णाल : हम कर गे। हमार)" वेबसाइट, WorldsLastChance.com पर जाएं, और अपनी पसंद क भाषा का चयन करने के लए रे डयो WLC आइकन पर ि लक कर ।

* * *

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या आपको पसंद आया जो आप सुन रहे ह ? ासारण समय सारणी और f'पछले काय म1 को सुनने के लए हमार)" वेबसाइट RadioWLC.com पर जाएं। RadioWLC.com.

मुि तदाता क शी वापसी के लए उसक जा क तैयार)"!

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यf'द आप WLC रे डयो का आनंद ले रहे ह , तो अपने दो{-त1 को भी सुनने के लए आमं त कर ! यf'द आप अंत समय क घटनाओं म च रखते ह , या आपके पास बाइ बल अ ययन भागीदार है, तो उ ह हमार)" वेबसाइट के बारे म बताएं: WorldLastChance.com हम

उ धारकता के शी वापसी के लए लोग1 को तैयार कर रहे ह !

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WBCQ पर आप सुन रहे ह World's Last Chance रे डयो, ३१ मीटर के ब ड पर ९३३०

कलोह ज पर।

World's Last Chance रे डयो! मुि तदाता क ज द वापसी के लए उसक जा क तैयार)"

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दै नक वादा

यह है याह के वचन से आपके लए आज का दै नक वादा ।

दाऊद, ेरणा के तहत, भजन संf'हता २७ म लखा है: "याहुवाह मेर)" यो त और मेरा उ धार है; म कस से ड ं ? याहुवाह मेरे जीवन का ढ़ गढ़ ठहरा है, म कस का भय खाऊं ?"

अगर आपको डर लग रहा है, तो f'ह मत र खए ! यव{-थाf'ववरण ३१ घोf'षत करता है: "तू f'हयाव बा ध और ढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो; य1 क तेरे संग चलने वाला तेरा एलोह)"म याहुवाह है; वह तुझ को धोखा न देगा और न छोड़ेगा। "

याहुवाह क सुर ा आपके साथ रहने तक, आपको डरने क कोई ज रत नह)"ं है। f'ह मत से आगे बढ़ यह जानते हुए क f'पता आपके साथ चलता है! उ ह1ने दूसर1 के लए जो कया है, वो आपके लए भी करेगा!

माच २७, १९७७ क सुबह, नॉम न f'व लय स ने अपने माँ के साथ सफर के दौरान f'द य सुर ा माँगने के लए घुटने के बल ाथ ना क । ीमती f'व लय स, नॉम न क सुर ा को लेकर बहुत

चं तत थीं। उ ह एक पूव -आभास थीं क कु छ गलत था, और नॉम न को f'वशेष f'द य संर ण

क आव यकता थी। आँसूओं के साथ, उ ह1ने अपने बेटे क ओर से यशायाह ४३ के अ याय म

मले वाद1 का दावा कया।

उस f'दन बाद म जब नॉम न कै नर)" वीप म रनवे पर खडी पैन एम १७३६ नामक लाइट म बैठा हुआ था, जब एक के .एल.एम नामक लाईट जो यादा ऊँ ची उडान नह)"ं भर पाया, पैन एम के जहाज़ को बीच म से काटते हुए उसके दो भाग कया। बहुत ह)" भायानक आग लगी थी

िजसके कारण ५९३ लोग मर गए। इसे अभी भी f'वमानन इ तहास म सबसे बुर)" दुघ टना माना

जाता है। और फर भी नॉम न बच नकला!

उस व त, जब हर कोई जो उसके सामने, पीछे और बगल म बैठे हुए लोग आग क लपट1 क चपेट म थे, तब, वचन जो उसी सुबह आराधना म पढ़)" गई थी, नॉम न को याद आया: यशायाह ४३:१-३," मत डर, य1 क म ने तुझे छु ड़ा लया है; म ने तुझे नाम ले कर बुलाया है, तू मेरा ह)"

है। जब तू जल म हो कर जाए, म तेरे संग संग रहूंगा और जब तू नf'दय1 म हो कर चले, तब वे तुझे न डु बा सक गी; जब तू आग म चले तब तुझे आंच न लगेगी, और उसक लौ तुझे न जला सके गी। य1 क म याहुवाह तेरा एलोह)"म हूं, इ ाएल का पf'व म तेरा उ धारकता हूं।"

तुरंत, नॉम न जान गया क वह नह)"ं जलेगा। हाँ, वो मर तो सकता है, पर उसक मृ यु जलने के कारण नह)"ं होगा य1 क याहुवाह का वचन ने कहा क वह जल नह)"ं जाएगा। उसने याहुवाह के तरफ ऊँ ची आवाज़ म कहने लगा, "f'पताजी, म वचन पर खड़ा हूं! म वचन पर खड़ा हूं! म वचन पर खड़ा हूं! याहुशुआ के नाम म , म वचन पर खड़ा हूं! म आपके वचन पर खड़ा हूँ, f'पताजी! "

नॉम न सं मत लपट1 से बच नकला। उसका एक भी बाल नह)"ं जला था।उसके कपड़1 से धुएँ क गंध जरा भी नह)"ं आई। बोइंग ७४७ के f'वंग से ज़मीन पर कू दने के वजह से उ ह सफ छोटे-मोटे चोट लगी थी।

जब आप एक आपातकाल)"न ि{-थ त म हो, या जब आप खतरे म हो और कु छ f'वनाशकार)" प रि{-थ त का सामना कर रहे हो, तो वचन पर खड़े रह । वादे एक कारण के लए f'दए गए थे! आप अपना पूरा भार उन पर आराम कर सकते ह । वचन पर खड़े हो जाइए। आज ह)" शु कर ।

हम महान और बहुमू य वादे f'दए गए ह । जाइए और दावा करना शु किजए।

* * *

याहुशुआ का f'व वास – भाग ३

राहुल : खैर, हमारा आज का समय पूरा होने वाला है, पर जाने से पहले, याद रख दो{-त1:

f'व वास एक भावना नह)"ं है। यह तो बस याहुवाह को उसके वचन पर लेना है य1 क आप उसे जानते ह , आप उस पर भरोसा करते ह क जो वह कहता है वह करेगा। f'व वास एक भावना नह)"ं है। यह मह वपूण है आप इसे आगे के f'दन1 के लए जान ।

कु णाल : ये सह)" है! सु नए दो{-त1, तुरf'हयां बस बजने वाले ह ! जब ऐसा होगा, पृ वी पर जीवन पहले जैसे नह)"ं होगा। हम दु टा माओं को ए लयंस के प म , ह पर आ मण करते

हुए देखने जा रहे ह । हम पोप को देखने जा रहे ह – इस पोप को! – परम शि त क ि{-थ त के

लए ऊपर उठाया गया।

यहां तक क, हम अं तम पोप के समय म रह रहे ह और वह बूढ़ा यि त भी है। या लगता

है आपको और कतना जीएगा वो?

अं तम संकट क चरम सीमा स बात के f'दन के ऊपर होगी। म श नवार, या शु वार, या रf'ववार के बारे म बात नह)"ं कर रहा हूँ, जो पोप संबंधी, ेगोर)"यन कै ल डर वारा गणना कया जाता है। म स चा, बाइ बल के स बात के बारे म बात कर रहा हूं, जो सृि ट नमा ण के समय सृि टकता वारा {-थाf'पत कै ल डर पर गणना कया जाता है। इसम अंतर है। या आप जानते

क यह या है?

संयु त रा य अमे रका म हाल ह)" के राजनी तक मामल1 से पता चलता है क पशु के लए मु त गढ़)" जा रह)" है! या आप – आि मक प से – तैयार ह क कै से जीवन बदलने वाला है?

अब यह)" समय है सभी संगf'ठत धम से अलग हो जाने का य1 क वे सभी के सभी गर पड़े है। एक भी सं{-था बाबेल को छोड़ देने क आ ा से नह)"ं बची है, यहां तक क आपक भी नह)"ं।

येक चच ने कु छ या बढ़ते काश के बंदुओं को अ{-वीकार कर f'दया है। स य बढ़ रहा है. .

. या आप स य का पालन कर गे, चाहे कोई भी क मत य1 न हो?

राहुल : पशु क छाप कसी कं पनी का उ पाद या टेटू नह)"ं है। यह कोई माइ ो चप नह)"ं है। यह तो बहुत ह)" गूढ़ है, और इस कार, कसी भी {-प ट छाप से यह कह)"ं अ धक खतरनाक है। बहुत ज द, हम शैतान को उ धारकता होने का f'दखावा करते हुए देखने जा रह ह ।

कु णाल : हां सह)" है। कई सारे लोग भरमाए जाएँगे । या आप भी भरमाए जाओगे? या आप अपनी बाइबल को अ छ तरह से जानते ह , या याह के वचन म आपका f'व वास मजबूत है ता क आप अके ले खड़े रह सको और अपनी इंf' य1 के अलग-अलग सबूत का इंकार कर सको

य1 क आप अपनी आंख1 से f'दखने वाले का भरोसा करने से कह)"ं यादा, याह के वचन का भरोसा करते ह ?

या आप युग1 क चरम सीमा के लए तैयार ह ? अंत लगभग कर)"ब है। कु छ दशक1 म नह)"ं, ले कन थोड़े ह)" समय म । चाहे आप तैयार ह या नह)"ं याहुशुआ आ रहे ह ।

राहुल : तो तैयार हो जाइए! पूर)" तरह से समf'प त हो जाए। आज ह)"! इंतजार न कर !

उ धारकता खुल)" बाह1 से आपको लेने के लए खड़ा है। तैयार होने के लए जो कु छ आपको चाf'हए, वह देगा। वह आपसे ेम करता है, ऐसा ेम िजसे खुद अनंतता कट नह)"ं कर सकती।

कु णाल : सह)" कहा। ऐसा कु छ नह)"ं है जो आपने गु त म कया हो और वो उसे देख न सके । आप कभी भी ऐसा कु छ नह)"ं कर सकते िजसके कारण आप के लए उसका यार बदल जाएगा।

म एक बार हवाला पढ़ा था और म इसे आपके साथ साझा करना चाहता हूं। यह कहता है: “f'पता से संबं धत सारा यार, कोमलता के सभी झरने, जो मनु य1 क आ माओं म खुले हुए ह जो पीढ़)" दर पीढ़)" मानव दय के मा यम से बहते आए ह , वे असीम समु क एक छोट)" सी बंूद ठहरते ह जब उनक तुलना f'पता के अनंत, नf'व वाद ेम से क जाती है। जुबां इसे बयान नह)"ं कर सकती; कलम इसे च त नह)"ं कर सकता। आप अपने जीवन के हर f'दन उस पर

यान कर सकते ह ; आप इसे समझने के लए धा और लगन से आप पf'व शा{- क खोजबीन कर सकते ह ; {-वग य f'पता के ेम और क णा को समझने के यास म ; आप हर साम य और यो यता को बटोर सकते ह जो याहुवाह ने आपको द)" है; फर भी एक अन तता उसके भी पार है। आप उ भर के लए उस यार का अ ययन कर सकते ह ; पर फर भी आप

अपने लए याहुवाह के ेम क लंबाई और चौड़ाई, गहराई और ऊं चाई को पूर)" तरह समझ नह)"ं सकते।”

राहुल : आमीन! वह बहुत ह)" संुदर है।

कु णाल : खैर, आज के लए हमारा समय पूरा हुआ। हम उ मीद है क आप हमसे कल फर से जुड़ गे। याहुवाह नए काश को उं डेल रहा है। पुराने स य1 को बहाल कया जा रहा है। याहुशुआ बस अपने माग म है और चाहता है क आप तैयार रह ।

राहुल : येक f'दन हम आपके उ धार के लए आव यक नए स य1 को {-तुत कर गे।

फर मल गे, तब तक के लए याद रख : याहुवाह आपसे ेम करता है…और उस पर भरोसा करना सुर त है!

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